LS Election 2024- बीजेपी के यूपी में 80 सीटें जीतने के दावे पर बोले अखिलेश- सब हारेंगे
उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि 2024 के लिए उनका लक्ष्य राज्य की सभी 80 सीटें जीतना होगा। अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आज गरीब या कोई भी न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता। बीजेपी निजीकरण की राह पर चल रही है, आज बीजेपी उन कानूनों को बना रही है जिससे सरकार निजी हाथों में चली जाए। इन समस्याओं को समाजवादी विचारधारा ही खत्म सकती है।" उन्होंने दावा करते हुए कहा, "बीजेपी इस बार 80 सीटें हारेगी।"
2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं। एक तरफ राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी पार्टियां तीसरे मोर्चे की कवायद में जुटी हैं। बता दे अगले साल होने वाले आम चुनावों की उलटी गिनती शुरू होते ही उत्तर प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक खिलाड़ी चुनाव परिणामों को लेकर दावे और प्रतिदावे करने लगे हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि 2024 के लिए उनका लक्ष्य राज्य की सभी 80 सीटें जीतना होगा। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में चुना जाना तय है और इसके लिए मैं अपने कैडर से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करता हूं कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश से सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करे।
वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा दावा कर दिया है जो कि अगर सच हुआ तो बीजेपी का 'टारगेट-80' फेल हो सकता है। अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आज गरीब या कोई भी न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता। बीजेपी निजीकरण की राह पर चल रही है, आज बीजेपी उन कानूनों को बना रही है जिससे सरकार निजी हाथों में चली जाए। इन समस्याओं को समाजवादी विचारधारा ही खत्म सकती है।" उन्होंने दावा करते हुए कहा, "बीजेपी इस बार 80 सीटें हारेगी।"
पूर्व सीएम ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उत्तर प्रदेश की सभी 80 संसदीय सीटों पर हार का स्वाद चख सकती है। अखिलेश ने कहा, जिस पार्टी ने अगले 50 साल तक शासन करने का दावा किया, वह अब अपने दिन गिन रही है। उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष को राज्य के दो मेडिकल कॉलेजों का दौरा करना चाहिए, तब वह समझेंगे कि वे कितनी सीटें जीतने जा रहे हैं। अपनी बात को रेखांकित करने के लिए अखिलेश ने मैनपुरी लोकसभा और मुजफ्फरनगर में खतौली विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की हालिया हार का जिक्र किया।
गौरतलब है कि बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में यूपी से 71 सीटें जीती थीं और 2019 में सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद पार्टी ने 64 सीटों के साथ विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था।
2019 में, 16 सीटें ऐसी थीं, जिन्हें भाजपा राज्य में जीतने में विफल रही। इनमें से बीजेपी ने जून में हुए लोकसभा उपचुनाव में दो में जीत हासिल की है, बाकी 14 लोकसभा सीटें अब पार्टी के राडार पर हैं। भाजपा अपने पुराने नतीजों के आधार पर इस तरह का दावा कर रही है। पिछले चुनावों में भाजपा ने जिस तरह से आजमगढ़, रामपुर और अमेठी जैसी सीटों पर जीत हासिल की है, उसे देखकर उन्हें लगता है कि वह समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की मजबूत सीटों को भी जीत सकती है। राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी में जहां भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत मिली। वहीं, रामपुर और आजमगढ़ की सीट मई में हुए उप-चुनाव भाजपा ने सपा से छीनीं।