घर वालों के साथ खेत में मिर्च तोड़ रही मासूम का तेंदुए ने किया शिकार
दिनेश की पुत्री सीमा (12) अपने खेत में मिर्च तोड़ रही थी कि इसी दौरान जंगल से निकलकर तेंदुए ने सीमा पर हमला कर दिया तथा उसे खेत से खींच ले गया। तेंदुए के हमले में सीमा की मौके पर ही मौत हो गई। वन विभाग की टीम जांच में जुटी है।

कतर्निया घाट क्षेत्र स्थित जंगल से सटे मिहींपुरवा में खेत में मिर्च तोड़ रही बालिका पर तेंदुए ने हमला कर दिया। शोर सुनकर पहुंचे परिजनों व अन्य लोगों ने किसी तरह तेंदुए को भगाया। पास जाकर देखा तो बालिका की मौत हो चुकी थी। बलसिंहपुर निवासी दिनेश की पुत्री सीमा (12) अपने खेत में मिर्च तोड़ रही थी कि इसी दौरान जंगल से निकलकर तेंदुए ने सीमा पर हमला कर दिया तथा उसे खेत से खींच ले गया। तेंदुए के हमले में सीमा की मौके पर ही मौत हो गई। वन विभाग की टीम जांच में जुटी है।
बताय जा रहा है कि मोतीपुर थाना क्षेत्र के बलसिंगपुर गांव निवासी निदेश की 12 वर्षीय बेटी सीमा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेत में मिर्च तोड़ने गई थी। सीमा और अन्य सदस्य मिर्च तोड़ने में लगे थे। इसी बीच जंगल से निकलकर तेंदुए ने बच्ची पर अचानक हमला बोल दिया। सीमा ने शोर मचाया तो घर वाले भी दौड़े। घर वालों के शोर मचाने पर गांव के अन्य लोग भी आ गए, लेकिन तब तक सीमा की मौत हो गई थी। लोगों ने हल्ला मचाकर पर लोगों ने दौड़कर सीमा के शव को प्राप्त किया। तेंदुए द्वारा हमले की सूचना घर पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. मोतीपुर थाने की पुलिस ने वन विभाग को भी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने सीमा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं, वन विभाग की टीम ने गांव में गश्त बढ़ाने का आश्वासन दिया है। वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। साथ ही वन विभाग की टीम जांच में जुट गई है।
वहीं, डीएफओ आकाशदीप बधावन का कहना है कि तेंदुए को पकड़ने के लिए खेत में पिंजरा लगा दिया गया है। इसके साथ ही उच्च क्षमता के 5 कैमरे भी लगाए गए हैं। ताकि जंगल से बाहर आने पर तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके अलावा मृत परिवार को आर्थिक मदद दिलाया जाएगा।
लोगों का कहना है कि इससे पहले भी तेंदुए ने कई बच्चों को अपना शिकार बना चुके हैं। करीब 9 महीने पहले तेंदुए ने एक के बाद एक 4 बच्चों को अपना शिकार बनाया था। काफी जद्दोजहद के बाद 2 तेंदुए को पकड़ा गया था। उस समय भी वन विभाग की टीम ने निगरानी बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन विभाग की ओर से कुछ नहीं किया गया।