Crime News- कैराना में दृश्यम फिल्म की तरह मौलवी की लाश निर्माणाधीन मकान में दफनाई, पुलिस के सामने ऐसे खुला राज
एक मौलवी ने अपने चेले मौलवी की हत्या कर उसकी लाश उत्तर प्रदेश के कैराना जाकर निर्माणाधीन मकान में गड्ढा कर दफना दी. फिर वापस पानीपत आ गया. यहां आकर पीड़ित परिवार से साथ साथी मौलवी की तलाश करता रहा. मगर, उसका झूठ पकड़ा गया और पूरा मामला पुलिस के सामने आ गया.
अजय देवगन की ब्लॉकबस्टर फिल्म दृश्मय की कहानी में दिखाया गया था कि फिल्म का नायक एक युवक की हत्या कर देता है. इसके बाद फिल्म में यह दिखाया जाता है फिल्म का नायक, युवक के शव को निर्माणाधीन पुलिस थाने में दफना देता है. कुछ ऐसा ही केस हरियाणा के पानीपत से सामने आया है.
यहां एक मौलवी ने अपने चेले मौलवी की हत्या कर उसकी लाश उत्तर प्रदेश के कैराना जाकर निर्माणाधीन मकान में गड्ढा कर दफना दी. फिर वापस पानीपत आ गया. यहां आकर पीड़ित परिवार से साथ साथी मौलवी की तलाश करता रहा. मगर, उसका झूठ पकड़ा गया और पूरा मामला पुलिस के सामने आ गया.
पुलिस ने मृतक मौलवी का शव बरामद कर लिया है. दरअसल, शहर के इमाम साहब मोहल्ले का रहने वाला 28 साल का वसीन 31 दिसंबर सुबह 8 बजे काम पर निकला था. वह लकड़ी का फर्नीचर बनाने का काम करता था और मौलवी भी था. घर से निकलने के बाद देर शाम तक उसके बारे में कोई जानकारी परिवार वालों को नहीं मिली. साथ ही उसका फोन भी बंद आता रहा. वसीन के भाई कल्लन के मुताबिक, 1 जनवरी शाम सवा छह बजे के करीब वसीन के नंबर से उसके वाट्सएप पर मैसेज आया था.
मैसेज में वसीन की लाश की फोटो थी और मैसेज लिखा था, ''हम जींद से बोल रहे हैं, तुम्हारे भाई ने हमारी लड़की के साथ गलत काम किया था. इसलिए हमने उसे मार दिया. वसीन ने लड़की से 7 लाख 35 हजार रुपए भी ले लिए थे. मरते हुए वसीन ने अपने भाई का नंबर दिया है. अब ये रुपए उसके भाई से वसूले जाएंगे.''
भाई कल्लन के मुताबिक, "वसीन के शव की तस्वीर देखकर वह दंग रह गया और परिवार में मातम छा गया. फिर हमने पुलिस से संपर्क किया और फोन पर आए मैसेज के साथ पुलिस को पूरी जानकारी दी." मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी महिपाल सिंह ने बताया, "शुरुआत में पीड़ित परिवार ने वसीन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद वसीन की हत्या की बात सामने आई. साथ ही एक मैसेज भी उसके भाई को मिला था, जिसमें लड़की और पैसों के लेन-देने की बात कही गई थी."
उन्होंने आगे कहा, "मामले की जांच के दौरान परिवार, दोस्त, पड़ोसी और अन्य लोगों के पूछताछ की. वसीन मौलवी भी था. उसने 65 साल के दिलशाद नाम को अपना गुरु बनाया था, जो खुद भी मौलवी है. उससे भी वसीन के संबंध में पूछताछ की गई थी. इस दौरान उसकी भूमिका संदिग्ध मिली. सख्ती से पूछताछ करने पर उसने हत्या की बात कबूल कर ली."
दिलशाद ने पुलिस को बताया कि वसीन की एक प्रेमिका थी. उसने 7 लाख 35 हजार रुपए उसे दिए थे. उस महिला को मैं भी जानता हूं. मेरे मन में वसीन को मिले पैसे ऐंठने का लालच आ गया था. 31 दिसंबर को मैं वसीन को साथ लेकर यूपी के कैराना पहुंचा. यहां रेता वाला मोहल्ला में मकान के निर्माण का काम चल रहा है. वहीं पर वसीन को लेकर पहुंचा. फिर डंडे से पीट-पीटकर वसीन की हत्या कर दी और उसके शव को गद्दे के चेन वाले खोल में पैक कर दिया. मकान में गड्ढा पहले से खुदा हुआ था.
वसीन का मुंह खुला छोड़ उसके शव को गड्ढे में दफना दिया. फिर उसी के मोबाइल से भाई को वाट्सएप मैसेज कर वसीन के शव की तस्वीर भेजी थी. पुलिस के मुताबिक, मृतक वसीन शादीशुदा था. उसके दो बच्चे भी हैं. जब आरोपी दिलशाद उसकी हत्या कर वापस पानीपत आ गया था, तो वह पीड़ित परिवार के पास जाता रहा. मृतक वसीन के बच्चों के लिए फल भी ले गया था. पुलिस के मुताबिक, दिलशाद के बताने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने वसीन का शव गड्ढे से बाहर निकाला. फिर शव का पानीपत सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.