ऑनलाइन गेमिंग के लिए 4 बैंकों से लिया लोन, 52 लाख हारा, अब बेचनी पड़ रही है किडनी
करीब तीन साल से ऑनलाइन रमी खेल रहा है। उसने अपनी सारी कमाई इसी में खराब कर दी। इतना ही नहीं उसके एक शौक के कारण पत्नी व बेटी घर छोड़कर चले गए। उसकी नौकरी भी चली गई।
एक तरफ जहां जुए पर सरकार सख्ती बरत रही है, वहीं दूसरी तरफ यह खेल और फलता-फूलता जा रहा है। आज के वक्त में ऐसी व्यवस्था हो गई है कि कोई भी व्यक्ति कहीं भी रहकर जुआ खेल सकता है। ऑनलाइन पैसे लगाने का चलन है और उन युवाओं की संख्या कम नहीं है, जो जुए सट्टे में लीन हैं।
अब 36 साल के व्यक्ति की आपबीती ने सभी को हैरान कर दिया। दरअसल, ई-कॉमर्स कंपनी में कार्यरत शख्स ऑनलाइन रमी खेलते-खेलते लाखों रुपये हार जाता है। वह अपने साथ पूरे परिवार का भी जीवन खराब कर देता है।
नैनीताल के हल्द्वानी निवासी हरीश पिछले कई साल से दिल्ली के ओखला स्थित प्रहलादपुर में रह रहा है। वह करीब तीन साल से ऑनलाइन रमी खेल रहा है। उसने अपनी सारी कमाई इसी में खराब कर दी। इतना ही नहीं उसके एक शौक के कारण पत्नी व बेटी घर छोड़कर चले गए। उसकी नौकरी भी चली गई।
नौकरी करते हुए कमाई सारी रकम हारने के बाद भी हरीश नहीं रुका। उसने चार बैंकों से 22 लाख से अधिक का लोन लिया और हार गया। इससे पहले वह 30 लाख रुपये भी हारा हुआ होता है। ऐसे में उसने 52 लाख से ज्यादा की रकम डुबो दी। वहीं, अब बैंकों की एक साल से भी अधिक समय तक किस्त जमा ना करने पर उसे नोटिस भेजे जा रहे हैं।
हरीश ऑनलाइन हारी हुई रकम को लेने गेम कंपनी के नोएडा स्थित सेक्टर 3 के कार्यालय पहुंचा। उसने गुरुवार को आत्महत्या की धमकी दी। साथ ही कहा कि वह फांसी लगाने पर मजबूर है या किडनी बेचकर पैसे चुकाएगा। उसके द्वारा सोशल मीडिया पर कंपनी में ही जान देने की बात कही गई है। वह कंपनी के बाहर बैठकर ही पैसे वापस दिए जाने की गुहार लगा रहा है।