पति के जाते ही घर आ जाता था प्रेमी- करोड़ो की संपत्ति, दवा की ओवरडोज, ससुर और पति का मर्डर
महिला ने इसके बाद पति की हत्या के लिए 3 लाख की सुपारी प्रेमी को दी। पति घातक हमले से बच गया। 5 दिन हॉस्पिटल में भर्ती रहा, फिर डिस्चार्ज होकर घर पहुंचा। वहां पत्नी ने उसे दवाओं की ओवरडोज दी। दो दिन बाद तबीयत बिगड़ने पर पति को हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां उसकी मौत हो गई।
कानपुर में एक हैरान करने खुलासा हुआ है। प्रेमी से शादी और पति की करोड़ों की प्रॉपर्टी हड़पने के लिए एक महिला ने पहले ससुर और फिर पति को दवाओं के ओवरडोज से मार डाला। तीन महीने पहले ससुर को ओवरडोज देकर इतनी सफाई से मारा कि किसी को भनक तक नहीं लगी।
महिला ने इसके बाद पति की हत्या के लिए 3 लाख की सुपारी प्रेमी को दी। पति घातक हमले से बच गया। 5 दिन हॉस्पिटल में भर्ती रहा, फिर डिस्चार्ज होकर घर पहुंचा। वहां पत्नी ने उसे दवाओं की ओवरडोज दी। दो दिन बाद तबीयत बिगड़ने पर पति को हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां उसकी मौत हो गई। मृतक का नाम ऋषभ तिवारी था। घटना कल्याणपुर के शिवली रोड की है।
वारदात के 13 दिन बाद शुक्रवार देर शाम पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया। इसमें आरोपी सपना और उसके प्रेमी राज कपूर गुप्ता की वॉट्सऐप चैट सामने आई है। इससे साफ है कि जिस रात ऋषभ की मौत हुई, उसे दवाओं का ओवरडोज दिया गया था। ऋषभ तड़पने लगा और उसकी सांस थमने लगी तो सपना ने अपने प्रेमी को वीडियो कॉल की। फिर वॉट्सऐप पर बात की।
पुलिस ने हत्याकांड में शामिल पत्नी सपना, उसके प्रेमी राज कुमार कपूर, उसके दोस्त सतेंद्र और मेडिकल स्टोर संचालक सुरेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है।
कल्याणपुर के शिवली रोड में रहने वाला ऋषभ 27 नवंबर को अपने दोस्त मनीष के साथ स्कूटी से चकरपुर गांव में एक शादी में शामिल होने गया था। देर रात घर लौटते समय गांव में दो बदमाशों ने उस पर चापड़ से जानलेवा हमला कर दिया। ऋषभ गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे स्वरूपनगर में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। करीब 5 दिन बाद वह डिस्चार्ज होकर घर पहुंचा। दो दिन बाद ऋषभ की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसे हैलट हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां उसकी मौत हो गई।
ऋषभ ने मौत से पहले पड़ोसी रामकृष्ण विश्वकर्मा के खिलाफ सचेंडी थाने में नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। रामकृष्ण से ऋषभ का रुपए को लेकर विवाद था। पुलिस ने जांच की तो पड़ोसी की कोई भूमिका नहीं निकली। इसी बीच ऋषभ की मौत हो गई। पुलिस ने पूरे मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम लगाई तो सच सामने आ गया।
कल्याणपुर के घर में रहने वाली सपना के मुताबिक, उसकी और ऋषभ की बनती नहीं थी। दोनों के बीच मारपीट और घरेलू कलह होती थी। इसी वजह से वो नर्वल के रायपुर में रहने वाले राज कपूर गुप्ता के नजदीक आ गई।
दोनों के बीच मोहब्बत इस कदर परवान चढ़ी कि पूरे परिवार का मर्डर करके शादी रचाने और करोड़ों की प्रॉपर्टी हड़पने का प्लान तैयार कर डाला। सबसे पहले सपना ने पुलिस विभाग से दरोगा पद से रिटायर ससुर किशोर चंद्र त्रिपाठी को दवाओं की ओवरडोज देकर मारा। फिर पति ऋषभ त्रिपाठी का मर्डर प्लान किया।
हत्याकांड का खुलासा करने वाले DCP वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि सपना ने पति ऋषभ की हत्या के लिए 3 लाख रुपए की सुपारी प्रेमी राज कपूर को दी थी। राज कपूर की चकेरी भाभा नगर में ग्लास की दुकान है।
राज कपूर ने उसकी दुकान में काम करने वाले सतेंद्र विश्वकर्मा को रुपए का लालच देकर अपने प्लान में शामिल कर लिया। सपना से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि उसने ही पति के 27 नवंबर को शादी में जाने की बात राज कपूर को बताई। गाड़ी नंबर देते हुए वॉट्सऐप पर शादी का कार्ड भेज दिया। कहा कि वहां से लौटते हुए आसानी से मर्डर कर सकते हो।
शादी में जाने की जानकारी मिलते ही राज कपूर और उसका साथी सतेंद्र चकरपुर गांव शादी समारोह में पहुंच गए। इसके बाद ऋषभ की स्कूटी पंचर कर दी। उधर, शादी से निकले ऋषभ और उसके दोस्त मनीष ने गाड़ी पंचर देखी तो खींचकर ले जाने लगे। अंधेरे में पहुंचते ही घात लगाए बैठे राज कपूर और सतेंद्र ने चापड़ से जानलेवा हमला कर दिया।
मारपीट के दौरान ऋषभ ने शोर मचाया तो दोनों बगैर हत्या किए मौके से भाग निकले। ऋषभ को गंभीर हालत में पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। 30 नवंबर को राहत मिलने पर हॉस्पिटल ने डिस्चार्ज कर दिया।
सुपारी देकर ऋषभ की हत्या का प्लान फेल होते ही सपना ने B प्लान तैयार किया। ऋषभ के घर में ही मेडिकल स्टोर संचालक सुरेंद्र यादव किराए पर रह चुका था। सपना के सत्येंद्र से भी संबंध थे। ऋषभ डायबिटीज का पेशेंट था। यह जानकारी उसने सुरेंद्र को दी। पति की हत्या के प्लान में उसे भी शामिल कर लिया।
उसने सुरेंद्र से दवाएं लीं और घायल पति की चल रही दवाओं के साथ देने लगी। शुगर पेशेंट होने के बाद भी ऋषभ को ग्लूकोज की बोतल चढ़ा दी। इतना ही नहीं, एक जहरीला इंजेक्शन भी ऋषभ काे दिया गया। इससे ऋषभ की हालत एकदम बिगड़ गई। उससे मल्टी ऑर्गन फेल हो गए और 3 दिसंबर को उसकी मौत हो गई।
DCP वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि ऋषभ त्रिपाठी पर जब जानलेवा हमला हुआ था तो उन्होंने रंजिश के शक में पड़ोसी रामकृष्ण विश्वकर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जांच में उनकी कोई भूमिका नहीं मिली। इसी बीच ऋषभ की मौत हो गई। जांच को तेज किया गया।
जहां घटना हुई उस लोकेशन पर एक नंबर लगातार एक्टिव मिला। यह नंबर ऋषभ की पत्नी के संपर्क में था। कड़ी से कड़ी जोड़ी तो हत्याकांड का खुलासा हुआ। डीसीपी ने बताया कि अगर पड़ोसी के खिलाफ नामजद एफआईआर नहीं होती तो किसी को ऋषभ की हत्या की साजिश का पता ही नहीं चल पाता।
DCP वेस्ट ने बताया कि ये पूरा मामला न्यू शिवली रोड कल्याणपुर निवासी किशोर चंद्र त्रिपाठी के परिवार से जुड़ा हुआ है। किशोर चंद्र, यूपी पुलिस में दरोगा के पद पर तैनात थे। उनकी पत्नी फूड इंस्पेक्टर थीं। सपना की सास का कई साल पहले निधन हो गया था।
सचेंडी थाना प्रभारी ने बताया कि फरवरी 2020 में ही सपना और ऋषभ की शादी हुई थी। दंपती की कोई संतान नहीं है। ऋषभ इकलौती संतान था। वह कंप्यूटर का काम करता था। पिता की मौत के बाद उसके नाम करोड़ों की प्रापर्टी थी। उसकी मौत के बाद उसके नाम करोड़ों की प्रापर्टी थी। उसकी मौत के बाद यह पूरी प्रॉपर्टी सपना और उसके प्रेमी की हो जाती।