Smartphone से इस तरह लीक होते हैं MMS, इन गलतियों से बचे वरना बर्बाद हो सकती है जिंदगी
आजकल के दिनों में MMS Leaked की घटनाएं बढ़ गई हैं। कई बार ऐसे वीडियो भी लीक हो जाते हैं जो हमारे फोन में स्टोर होते हैं और इसके बारे में हमें पता तक नहीं होता है। इसकी कई वजहें होती हैं।
Chandigarh MMS Leak के मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है और पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही है। हालांकि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन इस तरह के कई घिनौने मामले आए दिन सामने आते हैं जिसमें Smartphone के जरिए लोगों के प्राइवेट वीडियोज लीक हो जाते हैं। लेकिन, कई लोगों के मन में अभी भी इसको लेकर सवाल है कि प्राइवेट वीडियो या MMS Leak कैसे होते हैं। कई बार वीडियोज इस तरह लीक हो जाते हैं कि ना हमको और ना ही सामने वाले को पता भी नहीं चलता है।
इसको लेकर सिर्फ कोई एक वजह नहीं है। कई कारण होते हैं जब प्राइवेट वीडियो या MMS लीक हो जाते हैं। यहां पर आपको उन सभी संभावित कारणों के बारे में बता रहे हैं जिनकी वजह से MMS लीक हो जाते हैं। इसमें सबसे पहला कारण काफी सामान्य है।
इस सामान्य कारण में वीडियो को जानबूझ कर किसी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाता है। ज्यादातर मौको पर देखा देखा गया है कि आपसी सम्बन्ध खतम होने पर या कहे ब्रेकअप होने के बाद ऐसा किया जाता है।
सबसे महत्वपूर्ण कारण अगर एमएमएस लीक का वो है थर्ड-पार्टी ऐप्स, यानी आपको पता भी नहीं चलेगा और आपकी प्राइवेट वीडियो लीक हो जाएगी। सावधान रहिये कोई भी ऐसा कारण है जिससे स्मार्टफोन से वीडियोज लीक हो जाएं और यूजर को पता भी न चले तो वो थर्ड-पार्टी ऐप्स हैं। बता दें कि कई ऐसे थर्ड पार्टी ऐप्स हैं जो शुरू में ही पर्मिशन लेकर फाइल्स का एक्सेस पा लेते हैं। इसी एक्सेस के जरिए आपके फोन के प्राइवेट वीडियोज लीक हो जाते हैं। फिर इन वीडियोज कॉ पॉर्न साइट या फिर किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट्स पर अपलोड कर दिया जाता है। इसलिए किसी ऐप को फाइल्स की पर्मिशन सोचकर दें।
कई बार ऐसा भी होता है कि आप अपना फोन बेचने जा रहे हैं और फोन को उससे पहले फॉर्मैट किया हो। बता दें कि फॉर्मैट करने के बाद भी तस्वीरों और वीडियोज को रिकवर किया जा सकता है और आसानी से आपके प्राइवेट वीडियोज और तस्वीरें रिट्रीव की जा सकती हैं। इसलिए फोन को फॉर्मैट करने और बेचने से पहले फाइल्स को डिलीट करें ताकी अगर फॉर्मैट किए गए फोन के डेटा को वापस भी लाया जाए तो फाइल्स में प्राइवेट फोटोज न हों।
आमतौर पर देखा गया है कि लोग फोन बैकअप को ऑन रखते हैं। इस वजह से उनके फाइल्स का बैकअप गूगल ड्राइव या दूसरे ड्राइव पर चला जाता है। कई बार लोगों को ऐसे भी फाइल डाउनलोड करने पड़ जाते हैं जिसके लिए उनसे ड्राइव का एक्सेस लिया जाता है। इस वजह से थर्ड पार्टी वेबसाइट या ऐप को आपके ड्राइव का एक्सेस मिल जाता है। ऐसे में वहां पर अपलोड किए गए वीडियो लीक हो सकते हैं। इस वजह से आपको गूगल एक्टिविटी में जाकर चेक कर लेना चाहिए कि किसी अननोन वेबसाइट को तो आपने एक्सेस नहीं दे रखा है।
इसलिए सावधानी से स्मार्टफोन यूज़ कीजिये और सुरक्षित रहिये।