72 Hoorain के मेकर्स ने किया बड़ा एलान, JNU परिसर में होगी '72 हूरें' की स्पेशल स्क्रीनिंग, दंग कर देगी आतंकवाद की‌ हकीकत

तमाम विवादों के बीच फिल्म के‌ मेकर्स ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में '72 हूरें' की स्पेशल स्क्रीनिंग के एलान ने एक बार फिर से फिल्म को सुर्खियों में ला दिया है।

72 Hoorain के मेकर्स ने किया बड़ा एलान, JNU परिसर में होगी '72 हूरें' की स्पेशल स्क्रीनिंग, दंग कर देगी आतंकवाद की‌ हकीकत

'द केरल स्टोरी' और 'द कश्मीर फाइल्स' के बाद इस राह में एक और नई फिल्म आ रही है, जिसका नाम है '72 हूरें'। अब मेकर्स ने इसका ट्रेलर रिलीज कर दिया है।

फिल्म '72 हूरें' का टीजर रिलीज हुआ है तब से ही ये फिल्म विवादों में घिर गई है। इन तमाम विवादों के बीच फिल्म के‌ मेकर्स ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में '72 हूरें' की स्पेशल स्क्रीनिंग के एलान ने एक बार फिर से फिल्म को सुर्खियों में ला दिया है।

बता दे की यूट्यूब पर '72 हूरें' (72 Hoorain) का ट्रेलर लॉन्च हो चुका है। ये कहानी बयां करती है कि कैसे आम आदमी का जिहाद के नाम पर ब्रेनवॉश किया जाता है। लोगों को लालच दिया जाता है कि उन्हें जन्नत में '72 हूरें' मिलेंगी। ट्रेलर (72 Hoorain Trailer) में आत्मघाती हमले से लेकर तमाम मारकाट दिखाई जाती है।

वैसे जेएनयू विश्वविद्यालय का इतिहास बताता है कि जब भी वास्तविक जीवन पर आधारित किसी फिल्मों का प्रदर्शन जेएनयू कम्पाउंड में किया गया है, तब-तब किसी न किसी तरह का कोई विवाद जरूर खड़ा हुआ है। ऐसे में विश्वविद्यालय परिसर में '72 हूरें' के प्रदर्शन से मामला पहले की तरह पेचीदा साबित हो सकता है। बावजूद इसके '72 हूरें' के मेकर्स ने 4 जुलाई को जेएनयू परिसर में फिल्म के प्रदर्शित किये जाने का एलान कर दिया है।

कश्मीर स्थित कुछ राजनीतिक दलों ने फिल्म में दिखाए गए आतंकवादियों को मानसिक रूप से बरगलाने के‌ दृश्यों पर गहरी आपत्ति जताई है। इन राजनीतिक दलों का कहना है कि फिल्म में पेश की गई इस तरह की नकारात्मक बातों से धर्म विशेष को लेकर लोगों में गलत संदेश जाएगा और इससे सामाजिक ताने-बाने को उलटा असर पड़ेगा। इन राजनीतिक दलों को इस बात का भय है कि फिल्म के माध्यम से उनके धर्म को अनुचित ढंग से बड़े पर्दे पर पेश किया जाएगा।

जेएनयू में फिल्म '72 हूरें' की स्पेशल स्क्रीनिंग को लेकर मेकर्स का कहना है कि फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग कश्मीरी मुसलमानों व अन्य छात्रों के लिए एक ऐसा सुनहरा मौका है जो फिल्म में दिखाई गईं आतंकवादी घटनाओं की सच्चाइयों को लेकर उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने का अच्छा अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले हुए विवादों के विपरीत फिल्म की जल्द होने जा रही स्क्रीनिंग को आतंकवाद जैसे गंभीर मामले को खुले तौर पर संवाद का एक‌ बेहतरीन जरिया समझा जाना चाहिए और मामले को संजीदा ढंग से समझने की कोशिश की होनी चाहिए।
जल्द रिलीज हो रही है फिल्म

बता दें कि '72 हूरें' 7 जुलाई, 2023 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। फिल्म का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान ने‌ किया है। फिल्म का निर्माण गुलाब सिंह तंवर, किरण डागर, अनिरुद्ध तंवर ने साझा रूप से किया है तो वहीं अशोक पंडित फिल्म के को-प्रोड्यूसर हैं।  

हूरें का आसान शब्दों में अप्सरा कहते हैं। इस्लामिक स्कॉलर शोएब जमई की मानें तो कुरआन और हदीस में हूरों का जिक्र है। जैसे स्वर्ग में अप्सराएं होती हैं तो जन्नत में हूरें।