कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सोया शख्स, सुबह उठा तब तक Parasites खा चुकी थी एक आंख
जरा सोचिए जब आप सो रहे हो तो आपकी आंखें बिल्कुल ठीक हों, लेकिन जब आप जागे, तो आपकी अपनी आंखों से रौशनी गायब हो, यकीनन ये किसी बुरे सपने से कम नहीं होगा, लेकिन एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें एक 21 साल का लड़का सोया तो ठीक था, लेकिन जब वह उठा तो उसकी एक आंख की रौशनी जा चुकी थी. कुछ ऐसा ही हुआ, जब एक लड़के ने कॉन्टैक्ट पहनकर सोने की भूल कर दी. हालांकि ये सिर्फ एक झपकी थी, लेकिन उसे ज़िंदगी भर का दर्द देने की वजह बन गई.
कुछ चीज़ें जानते हुए भी हम कई बार गलतियां कर जाते हैं. अगर किस्मत अच्छी रही तो इससे कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन अगर किस्मत खराब हुई तो कई बार छोटी सी भूल भी बड़ी मुसीबत में डाल देती है. कुछ ऐसा ही हुआ, जब एक लड़के ने कॉन्टैक्ट पहनकर सोने की भूल कर दी. हालांकि ये सिर्फ एक झपकी थी, लेकिन उसे ज़िंदगी भर का दर्द देने की वजह बन गई.
जरा सोचिए जब आप सो रहे हो तो आपकी आंखें बिल्कुल ठीक हों, लेकिन जब आप जागे, तो आपकी अपनी आंखों से रौशनी गायब हो, यकीनन ये किसी बुरे सपने से कम नहीं होगा, लेकिन एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें एक 21 साल का लड़का सोया तो ठीक था, लेकिन जब वह उठा तो उसकी एक आंख की रौशनी जा चुकी थी.
खबर के मुताबिक, यह हैरान कर देने वाली घटना यूनाइटेड स्टेट के फ्लोरिडा की है, जहां एक 21 साल का माइक क्रूम होल्ज नाम का एक लड़का जब सो कर उठा था, तो अपनी एक आंख की रौशनी खो चुका था. दरअसल, माइक क्रूम होल्ज करीब 7 साल से कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल कर रहे थे, लेकिन एक रात जब वह लेंस लगाकर सो गए, तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ गया. दरअसल, लेंस लगाकर सो जाने के कारण उनकी एक आंख की रौशनी जा चुकी थी.
बताया जा रहा है कि, लेंस लगाकर सो जाने के बाद, अगले दिन जब माइक उठे, तो वह अपने आंख के असहनीय दर्द करहा रहे थे, जिसके बाद इलाज के लिए वह आई स्पेशलिस्ट के पास जा पहुंचे, जहां जांच के बाद आई स्पेशलिस्ट से लेकर खुद माइक तक हैरान रह गए, क्योंकि माइक की एक आंख को पैरासाइट ने खा लिया था.
माइक पिछले 7 साल से कॉन्टैक्ट लेंस पहनता था, जब वो चश्मा नहीं लगाता था. उसे अच्छी तरह से पता था कि कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर सोना नहीं चाहिए क्योंकि इससे आंखों में इंफेक्शन हो कता है. वो कॉलेज के साथ-साथ बच्चों की देखभाल की पार्ट टाइम नौकरी भी करता था. इसी दौरान वो 19 दिसंबर को 40 मिनट के लिए लेंसेज़ पहने-पहने ही सो गया. फिर जब वो उठा तो उसकी आंख बुरी तरह लाल हो चुकी थी और दर्द भी बहुत तेज़ हो रहा था. दायीं आंख में हो रही ये दिक्कत डॉक्टर के मुताबिक एक छोटे परजीवी acanthamoeba keratitis की वजह हो रही थी. ये मांस खाने वाला जीव उसकी दायीं आंख को खाता जा रहा था.
उस दिन के बाद से अगले 50 दिन तक उसकी आंखों के सामने बिल्कुल अंधेरा छाया रहा. वो काला चश्मा लगाकर रखता है और बेडरूम में भी मोटे हरीकेन शटर लगा रखे हैं. माइक के परिवार ने उसका पूरा साथ दिया और उसकी मदद के लिए हमेशा आगे रहे. उसकी आंखों में पीछे की ओर से रह-रहकर तीखा दर्द उठता था, जो 2 हफ्तों तक झेलना बहुत मुश्किल था. Centers for Disease Control and Prevention के मुताबिक 10 लाख में 33 कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले लोगों में इस तरह के परजीवी का इंफेक्शन पाया जाता है.