मनीष सिसोदिया की सीबीआई मामले में न्यायिक हिरासत दो जून तक बढ़ाई गई, कोर्ट से फिर झटका

सिसोदिया को सीबीआई मामले में न्यायिक हिरासत पूरी होने के बाद आज शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था, जहां अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत को 21 दिनों तक बढ़ा दिया है। इससे पहले कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर गुरुवार को फैसला सुरक्षित रख लिया था।

मनीष सिसोदिया की सीबीआई मामले में न्यायिक हिरासत दो जून तक बढ़ाई गई, कोर्ट से फिर झटका

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत दो जून तक बढ़ा दी है। सिसोदिया को सीबीआई मामले में न्यायिक हिरासत पूरी होने के बाद आज शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था, जहां अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत को 21 दिनों तक बढ़ा दिया है।

इससे पहले कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर गुरुवार को फैसला सुरक्षित रख लिया था।

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई मामले में आप नेता को मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत को 2 जून तक बढ़ा दिया है। न्यायालय के समक्ष लंबित आरोपपत्र पर विचार कर रहा है।

वहीं, गुरुवार को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया था। सिसोदिया ने जमानत देने से इनकार करने के राउज एवेन्यू कोर्ट के 31 मार्च के आदेश को चुनौती दी थी।

न्यायमूर्ति दिनेश कुमार शर्मा की पीठ ने साथ ही संबंधित जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि जमानत याचिका पर निर्णय आने तक मनीष सिसोदिया व उनकी पत्नी की प्रत्येक वैकल्पिक दिन पर तीन से चार बजे के बीच वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मुलाकात कराना सुनिश्चित करे।

बता दें कि जांच एजेंसी ने फरवरी में लंबी पूछताछ के बाद आप नेता मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनसे जेल में पूछताछ करते हुए ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया था।  दोनों ही मामले में सिसोदिया न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं।

मनीष सिसोदिया की पत्नी सीमा सिसोदिया लंबे समय से मल्टीपल स्केलेरोसिस बीमारी से पीड़ित हैं। मनीष सिसोदिया के जेल और पढ़ाई के लिए बेटे के विदेश जाने के बाद से वह घर में अकेली हैं। इस कारण वह तनाव में रहती हैं। 

उनका इलाज कर रहे अपोलो के डॉक्टरों का कहना है कि मल्टीपल स्केलेरोसिस की बीमारी में मरीज के दिमाग का शरीर पर से नियंत्रण घटता चला जाता है। वर्तमान में इनमें भी ऐसे ही लक्षण दिख रहे हैं। इस बीमारी के चलते उनके शरीर की आधी कार्यक्षमता प्रभावित है। इसके चलते उनको चलने या बैठने में काफी परेशानी हो रही है।