मौसम विभाग का इन जिलों के लिए अलर्ट, कल से यूपी में बारिश का नया दौर शुरू
24 फरवरी को यूपी के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है. इस दौरान कई जिलों में तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान की भी संभावना है. मौसम विभाग की मानें तो एक पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ा ही था कि दूसरा सक्रिय हो गया है. इसके चलते 24 फरवरी से फिर से बूंदाबांदी के आसार हैं.
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू होने वाला है. कल यानी 24 फरवरी को यूपी के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है. इस दौरान कई जिलों में तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान की भी संभावना है. मौसम विभाग की मानें तो एक पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ा ही था कि दूसरा सक्रिय हो गया है. इसके चलते 24 फरवरी से फिर से बूंदाबांदी के आसार हैं.
बता दे बीते हफ्ते से जारी बारिश-ओलावृष्टि से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में किसानों को फसलों में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. ऐसे में भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी के पूर्वानुमान के अनुसार 23 मार्च को से फिर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस हिमालयी क्षेत्र में पहुंचेगा. जिसकी वजह से पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधियां फिर देखने को मिल सकती है. जो किसानों के लिए चिंता का विषय है.
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, गाजियाबाद और कानपुर समेत कई जिलों में गुरुवार को मौसम साफ रहा. वहीं, शुक्रवार को मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. मौसम विभाग की मानें तो इसके पीछे का कारण सक्रिया हुआ नया पश्चिमी विक्षोभ है.
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, नया पश्चिमी विक्षोभ 23 मार्च की रात से ही यूपी के कई जिलों को प्रभावित करना शुरू कर देगा. अगले दिन यानी 24 फरवरी को लखनऊ समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसका असर दिखने लगेगा. इस दौरान प्रदेश की राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में आंधी तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम विक्षोभ की वजह से ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का अनुमान है. साथ ही मध्यम पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में बारिश, ओलावृष्टि व तूफान का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं, पिछले दिनों हुई बारिश से फसलों को जो नुकसान पहुंचा हुआ उसका पता लगाया जा रहा है. इसके लिए सर्वे शुरू किया गया है. कृषि, राजस्व विभाग व बीमा कंपनियों के अधिकारियों की टीमों ने गांवों में जाकर किसानों से मुलाकात की है. मुआवजा के लिए नुकसान का आंकलन भी किया जा रहा है.