कांग्रेस सरकार के मंत्री ने DM को मीटिंग से निकाला बाहर- वजह बनी मोबाइल की घंटी

मंत्री ने बीकानेर में हुए कलेक्टर के साथ विवाद पर बयान दिया. अपना खेत अपना काम को प्राथमिकता दें. इस तरह की चर्चा हो रही थी. इसी दरमियान बीकानेर कलेक्टर बार-बार या तो फोन पर बात कर रहे थे या फिर चैट कर रहे थे. हो सकता है कि उनकी कोई व्यस्तता हो, एमरजेंसी हो. इसलिए मैंने कहा कि आपको बात करनी हो तो बाहर चले जाए.

कांग्रेस सरकार के मंत्री ने DM को मीटिंग से निकाला बाहर- वजह बनी मोबाइल की घंटी

कांग्रेस पार्टी शाशित प्रदेश राजस्थान से यह खबर आ रही है. प्रदेश सरकार में पंचायती और ग्रामीण विकास मंत्री रमेश मीणा ने बीकानेर कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल IAS को मीटिंग से बाहर निकाल दिया. इस मामले को लेकर प्रदेश में बवाल मच गया है. राजस्थान के कर्मचारियों ने अशोह गहलोत सरकार के मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राजस्थान राजस्व मंत्रालय कर्मचारी संघ ने मांग की है कि मंत्री को इस कृत्य के लिए मांफी मांगनी चाहिए. 

दरअसल, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री महिलाओं के आजीविका कौशल की बैठक ले रहे थे. बीकानेर में चल रही इस बैठक में जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल भी मौजूद थे. मंत्री जी मंच पर बोल रहे थे, इसी बीच कलेक्टर साहब के मोबाइल की घंटी बज गई और वह कॉल रिसीव करके बात करने लगे.

मंत्री रमेश मीणा इससे इतना उखड़े कि उन्होंने जिले के आला अफसर को ही मीटिंग से बाहर जाने को कह दिया और फिर कलेक्टर भी मीटिंग छोड़कर चले गए. बैठक के बाद मंत्री मीणा ने कहा कि घोड़ा और घोड़ी पर कैसे चढ़ना है? यह आना चाहिए. मतलब मंत्रियों और अधिकारियों से कैसे काम कराना चाहिए, यह समझ में आना चाहिए. तभी ब्यूरोक्रेट काबू में रहेंगे.

इस बयान के बाद राजस्थान के कर्मचारियों ने मंत्री के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई है. वहीं, जिला कलेक्टर कलाल की तरफ से भी कहा गया है कि कोई इमरजेंसी कॉल आ   गया था, जिसकी वजह से उन्हें मोबाइल पर बातचीत करनी पड़ी.

ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा मंगलवार को झुंझुनूं पहुंचे. यहां मंत्री ने बीकानेर में हुए कलेक्टर के साथ विवाद पर बयान दिया. उन्होंने कहा है कि बीकानेर में राजीविका का कार्यक्रम चल रहा था. जहां पर हम महिलाओं से संबंधी कलेक्टर से वार्ता कर रहे थे. नरेगा में मेट महिला होनी चाहिए. महिलाओं के संगठनों का भवन होना चाहिए. अपना खेत अपना काम को प्राथमिकता दें. इस तरह की चर्चा हो रही थी. इसी दरमियान बीकानेर कलेक्टर बार-बार या तो फोन पर बात कर रहे थे या फिर चैट कर रहे थे.  हो सकता है कि उनकी कोई व्यस्तता हो, एमरजेंसी हो. इसलिए मैंने कहा कि आपको बात करनी हो तो बाहर चले जाए.