मीराबाई चानू ने रचा इतिहास, राष्ट्रमंडल खेलो में भारत को मिली स्वर्णिम सफलता
टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता भारत की मीराबाई चानू ने शनिवार को महिलाओं की 49किग्रा भारोत्तोलन स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वो भारत के लिए 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में पहला गोल्ड मेडल जीतने वाली खिलाड़ी बनीं।
मीराबाई चानू ने भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का पहला गोल्ड मेडल दिला दिया है और इसी के साथ बर्मिंघम में भारत का सुनहरा सफर भी शुरू हो गया है. इससे पहले शनिवार के दिन भारत को वेटलिफ्टिंग में सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल मिला था, मगर चानू ने देर शाम भारत की झोली में गोल्ड डाल दिया. चानू ने 49 किग्रा भार वर्ग में खिताब जीता. उन्होंने कुल 201 किलो का भार उठाकर रिकॉर्ड के साथ खिताब जीता. स्नैच में चानू ने 88 किलो और क्लीन एंड जर्क में 113 किलो का भार उठाकर खिताब जीतने के साथ ही गेम्स का रिकॉर्ड भी बना दिया. टोक्यो ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट भारत की इस स्टार वेटलिफ्टर ने स्नैच में कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने रिकॉर्ड का सिलसिला क्लीन एंड जर्क में भी जारी रहा और उन्होंने पहले प्रयास में 109, दूसरे प्रयास में 113 किलो का भार उठाया.
चानू क्लीन एंड जर्क में तीसरी कोशिश में 115 किलो का भार उठाना चाहती थी, मगर वो इस कोशिश में सफल नहीं हो पाईं. भारत की इस स्टार वेटलिफ्टर ने पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड जीता था. उनका ये सुनहरा सफर बर्मिंघम में भी जारी रहा. मैरी रोलिया ने 172 किलो का भार उठाकर सिल्वर मेडल जीता, जबकि हाना ने 171 किलो भार उठाकर ब्रॉन्ज मेडल जीता.
मीराबाई चानू ने स्नेच राउंड में 88 किग्रा भार उठाकर राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड तोड़ा और साथ ही अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली। इसके बाद उन्होंने क्लीन एंड जर्क राउंड में 105 किग्रा भार पहले ही प्रयास में उठाकर अपना स्वर्ण पदक पक्का कर लिया था। पहले राउंड में ही चानू को 12 किग्रा की बढ़त हासिल कर ली थी।
मीराबाई चानू ने स्नेच राउंड की शुरुआत 84 किग्रा वजन उठाकर की। इसके बाद उन्होंने दूसरे प्रयास में 88 किग्रा भार उठाकर राष्ट्रमंडल रिकॉर्ड तोड़ दिया। तीसरे प्रयास में उन्होंने 90 किग्रा वजन उठाने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहीं। इसके बाद क्लीन एंड जर्क राउंड में मीराबाई ने धमाकेदार अंदाज में 105 किग्रा वजन उठाकर की थी। क्लीन एंड जर्क के दूसरे प्रयास में उन्होंने 109 किग्रा भार उठाया। तीसरे प्रयास में वो 113 किलो भार उठाने गईं और उसमें भी सफल रहीं और राष्ट्रमंडल खेलों का नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। चौथे प्रयास में वो 114 किग्रा के लिए गईं लेकिन इस बार वो नाकाम रहीं।
27 वर्षीय मीराबाई चानू का यह राष्ट्रमंडल खेलों में तीसरा पदक है। उन्होंने साल 2014 में ग्लासगो में 48 किग्रा भारवर्ग में रजत पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने गोल्डकोस्ट में 48 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। टोक्यो ओलंपिक में मीराबाई ने 49 किग्रा भारवर्ग में रजत पदक जीता था और अब इसी भारवर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया है।