महाकाल मंदिर में फर्जी ID से भस्मारती में शामिल हुआ मोहम्मद यूनुस गिरफ्तार
शक के चलते जब मंदिर कर्मचारियों ने इनसे पूछताछ की तो इनके द्वारा कोई भी उचित जवाब नहीं दिया गया। पूछताछ के बाद मंदिर कर्मचारियों ने इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस द्वारा दोनों को महाकाल थाने ले जाया गया। थाने में पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने युवक ने स्वीकार किया और बताया की उसका असली नाम मो. यूनुस मुल्ला है और वो कर्नाटक का रहने वाला है।
उज्जैन के स्वयंभू ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर की भस्म आरती में फर्जी आईडी दिखाकर एक युवक के घुसने का मामला गत बुधवार को सामने आया है। आरोपी युवक मुस्लिम समुदाय का बताया जा रहा है और वो एक हिंदू युवती के साथ यहां आरती देखने आया था। महाकाल मंदिर समिति की शिकायत पर पुलिस ने पूछताछ की और फिर युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह भस्म आरती के लिए कर्नाटक निवासी मोहम्मद यूनुस मुल्ला ने अभिषेक दुबे के नाम से बुकिंग कराई थी । बुकिंग में उसके साथ खुशबू नामक युवती की भी नाम था। दोनों ने मंदिर में 6 नंबर गेट से प्रवेश किया। यह गेट वीआईपी दर्शनार्थियों द्वारा उपयोग में लिया जाता है। गेट से प्रवेश लेने के बाद वे दोनों वीआईपी लोगों के बैठने के स्थान पर बैठ गए।
दोनों को बैठा देख मंदिर कर्मचारियों को कुछ देर बाद शक हुआ। शक के चलते जब मंदिर कर्मचारियों ने इनसे पूछताछ की तो इनके द्वारा कोई भी उचित जवाब नहीं दिया गया। पूछताछ के बाद मंदिर कर्मचारियों ने इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस द्वारा दोनों को महाकाल थाने ले जाया गया। थाने में पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने युवक ने स्वीकार किया और बताया की उसका असली नाम मो. यूनुस मुल्ला है और वो कर्नाटक का रहने वाला है। फर्जी नाम से भस्म आरती की बुकिंग कराने के मामले में पुलिस ने IPC की धारा 420 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया सूत्रों के अनुसार इस मामले की जानकारी देते हुए उज्जैन सी एस पी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि अभिषेक दुबे खुशबू के भाई का नाम और यूनुस खुशबू का प्रेमी है। जबकि खुशबू द्वारा यूनुस को भाई बताकर भस्म आरती कि बुकिंग कराई गई थी। दोनों महाकाल मंदिर के नजदीक होटल में ही रुके थे जहाँ युनुस ने बुकिंग अपने ओरिजनल आधार कार्ड से कराई थी। शंका होने पर होटल कर्मचारियों दवरा पुलिस को इस बात कि जानकारी दी गई जिसके बाद मंदिर समिति को इस बात से अवगत कराया गय। पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।