अब ईडी भी कसेगा माफिया अतीक पर शिकंजा, 60 करोड़ के साम्राज्य पर कसेगी नकेल

ईडी अब अपनी कार्रवाई और तेज करेगा। गौरतलब है कि ईडी की प्रयागराज यूनिट ने दो साल पहले अतीक अहमद के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। सूत्रों का कहना है कि राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद ईडी मुख्यालय ने अतीक के खिलाफ दर्ज केस में जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

अब ईडी भी कसेगा माफिया अतीक पर शिकंजा, 60 करोड़ के साम्राज्य पर कसेगी नकेल

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) माफिया अतीक अहमद के खिलाफ जांच तेज करेगा। अब तक ईडी अतीक की आठ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है। वहीं, यूपी पुलिस व प्रशासन उसकी 1163 करोड़ कीमत की संपत्तियों पर कानूनी शिकंजा कस चुका है।
ईडी अब अपनी कार्रवाई और तेज करेगा। गौरतलब है कि ईडी की प्रयागराज यूनिट ने दो साल पहले अतीक अहमद के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। सूत्रों का कहना है कि राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद ईडी मुख्यालय ने अतीक के खिलाफ दर्ज केस में जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ईडी के अधिकारी अतीक की प्रयागराज, कौशांबी और लखनऊ स्थित करीब 60 करोड़ रुपये की संपत्तियों की फाइलें पलट रहे हैं। बताया जा रहा है कि जल्द इन पर कार्रवाई हो सकती है। 
ईडी की प्रयागराज यूनिट ने दो वर्ष पहले अतीक अहमद के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। नवंबर 2021 में ईडी, लखनऊ कार्यालय के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह के निर्देश पर उसका प्रयागराज में फूलपुर स्थित भूखंड अटैच किया गया था। यह संपत्ति अतीक ने पत्नी शाइस्ता के नाम पर 4.50 करोड़ रुपये में खरीदी थी।
शाइस्ता के खाते की 1.28 करोड़ और कई अन्य परिजनों के बैंक खातों में जमा रकम भी ईडी ने अटैच कर ली थी। इस कार्रवाई के दो माह बाद राजेश्वर सिंह ने अचानक वीआरएस ले लिया। इसके बाद दो स्पेशल डायरेक्टर को यूपी की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन अतीक का आर्थिक साम्राज्य ध्वस्त करने में कामयाबी नहीं मिली। ईडी की प्रयागराज यूनिट के अधिकारियों ने शुरुआती दौर में अतीक के करीबियों को बुलाकर पूछताछ की थी। बाद में जांच ठंडे बस्ते में चली गई।
सूत्रों का कहना है कि राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद ईडी मुख्यालय ने अतीक के खिलाफ दर्ज केस में जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। ईडी के अधिकारी अतीक की प्रयागराज, कौशांबी और लखनऊ स्थित करीब 60 करोड़ रुपये की संपत्तियों की फाइलें देख रहे हैं, जिससे इन्हें अटैच किया जा सके।
उमेशपाल हत्याकांड में नामजद होने के बाद फरार अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया है। वहीं, राजू हाल हत्याकांड में 18 साल से फरार चल रहे शूटर अब्दुल पर 50 हजार का इमाम घोषित किया गया है। अब्दुल का भाई कादिर पुलिस की गिरफ्त में है।