लखनऊ की यूनिवर्सिटी में लगे आपत्तिजनक पोस्टर, SFI बोली 'अगर कैंपस में मंदिर है तो बने मस्जिद भी'
इन पोस्टरों में हिंदू देवी-देवताओं के चित्र बने हुए हैं. और लिखा है कि अगर कैंपस में मंदिर है तो यहां मस्जिद भी बनाई जानी चाहिए. एक ओर एबीवीपी ने इस मामले को लेकर कड़ा विरोध जताया है. वहीं दूसरी ओर एसएफआई के लोगों की ओर से कैंपस में बने मंदिर को हटाने की बात कही जा रही है. जिसका अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस पोस्टर का विरोध किया है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय में आपत्तिजनक पोस्टर लगाने का एक मामला सामने आया है. परिसर में लगे पोस्टरों में लिखा है कि अगर कैंपस में मंदिर है तो यहां मस्जिद भी बनाई जानी चाहिए. बता दे इन पोस्टरों में हिंदू देवी-देवताओं के चित्र बने हुए हैं. और लिखा है कि अगर कैंपस में मंदिर है तो यहां मस्जिद भी बनाई जानी चाहिए. एक ओर एबीवीपी ने इस मामले को लेकर कड़ा विरोध जताया है. वहीं दूसरी ओर एसएफआई के लोगों की ओर से कैंपस में बने मंदिर को हटाने की बात कही जा रही है. जिसका अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस पोस्टर का विरोध किया है.
छात्र संगठन एसएफआई ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘यूनिवर्सिटी प्रशासन कैंपस का भगवाकरण करना चाहता है. यहां RSS का ऑफिस खुलवाने की कोशिश हो रही है. विश्वविद्यालय को गौशाला नहीं प्रयोगशाला चाहिए.’
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने ऐसे पोस्टर लगाने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है. राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ की स्टूडेंट विंगअखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ये भी कहा, 'धर्म हर छात्र का स्वतंत्र विषय है जिसे चुनने का अधिकार सिर्फ उसी छात्र को है.'
आपको बता दे जहा एक ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस मामले को लेकर कड़ा विरोध जताया है. वहीं दूसरी ओर स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के लोगों की ओर से कैंपस में बने मंदिर को हटाने की बात कही जा रही है.