हमारा सत्याग्रह, भाजपा के ‘सत्ताग्रह’ से जीतेगा; बोले कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि हमनें ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, हम पीछे नहीं हटने वाले। हम तपस्या करने वाली पार्टी के लोग हैं। देश के लिए खून पसीना बहा देंगे। इस दौरान अधिवेशन में चारो ओर जमकर नारेबाजी हुई। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हांथों लेते हुए कहा कि मोदी और अडाणी का रिश्ता क्या है। देश का पूरा धन एक व्यक्ति के हाथों में जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के रायपुर में चल रहे कांग्रेस के तीन दिवसीय महाधिवेशन का रविवार को आखिरी दिन है। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का सत्याग्रह, भाजपा के ‘सत्ताग्रह’ से जीतेगा। वो सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे, हम सत्य के सहारे लड़ेंगे, और जीतेंगे। उन्होंने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं देश के सभी तबके से मिला। इस दौरान मैंने भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा कि 'यात्रा' से मुझे बहुत प्यार मिला, 52 साल से मेरा घर नहीं, लेकिन जब कश्मीर पहुंचा तो अपने घर जैसा लगा।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं सोचता था कि फिट हूं, 20-25 किमी चल लूंगा। लेकिन यात्रा शुरू होते ही घुटने का पुराना दर्द लौट आया और 10-15 दिनों में मेरा अहंकार खत्म हो गया। भारत माता ने मुझे संदेश दिया- तुम अगर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से अहंकार मिटाओ, वर्ना मत चलो।
राहुल गांधी ने कहा हमने लोगों के अंदर देशभक्ति की भावना जगाई। हमने किसी को झंडा पकड़ने के लिए नहीं कहा। लोग हमसे खुद ही जुड़ते चले गए। ये मोदी अदाणी का रिश्ता क्या कहलाता है। बीजेपी और आरएसएस उसकी रक्षा कर रही है। शेयर कंपनी हजारों करोड़ों रुपए विदेश भेज रही है, पर सत्ता में रहने के बावजूद नरेंद्र मोदी कुछ नहीं कर पा रहे। अदाणी और मोदी एक ही हैं।
उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हांथों लेते हुए कहा कि मोदी और अडाणी का रिश्ता क्या है। देश का पूरा धन एक व्यक्ति के हाथों में जा रहा है। हम बार-बार पूछेगें जब तक जवाब नहीं मिलेगा तब तक पूछेगें कि यह रिश्ता क्या है।
राहुल ने कहा कि हमनें ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, हम पीछे नहीं हटने वाले। हम तपस्या करने वाली पार्टी के लोग हैं। देश के लिए खून पसीना बहा देंगे। इस दौरान अधिवेशन में चारो ओर जमकर नारेबाजी हुई।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि वे लोग जो देश की राजनीति को देखकर समझ रहे हैं कि कुछ गलत हो रहा है, उन्हें एक मंच देना हमारा काम है। उनकी आवाज को बुलंद करनाहमारा काम है। वहीं, वे लोग जो यह नहीं समझ रहे हैं, उन्हें भी यह बताना और समझाना हमारा काम है। यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।