मां को अंतिम विदाई देने के बाद पीएम मोदी का पहला कार्यक्रम, नारेबाज़ी से ममता बनर्जी नाराज़, मंच पर बैठने से किया इनकार
पीएम मोदी के कार्यक्रम में बीजेपी कार्यकर्ताओं की नारेबाजी से नाराज होकर ममता बनर्जी ने मुख्य मंच पर बैठने से इनकार कर दिया। रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन ममता इस कदर भड़की हुई थीं उन्होंने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव के अनुरोध को भी ठुकरा दिया। दरअसल ममता के पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाए थे। इसी पर ममता बिफर गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां हीराबेन के अंतिम संस्कार के तुरंत बाद पूर्व निर्धारिक कार्यक्रम के मुताबिक पश्चिम बंगाल की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान पश्चिम बंगाल की पहली और देश की सातवीं वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाई। पीएम मोदी ने अपने भाषण में बंगाल की जनता से माफी मांगी और कहा कि कुछ निजी कारणों से मैं बंगाल नहीं आ सका।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में आयोजित पीएम मोदी के कार्यक्रम में बीजेपी कार्यकर्ताओं की नारेबाजी से नाराज होकर ममता बनर्जी ने मुख्य मंच पर बैठने से इनकार कर दिया। रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन ममता इस कदर भड़की हुई थीं उन्होंने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव के अनुरोध को भी ठुकरा दिया। दरअसल ममता के पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाए थे। इसी पर ममता बिफर गईं।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने भी हाथ जोड़कर सीएम ममता बनर्जी को मुख्य मंच पर आने को कहा लेकिन वो नहीं मानीं। ममता मुख्य मंच से दूर एक कुर्सी पर बैठ गईं। पीएम मोदी पश्चिम बंगाल में 7,800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और लोकार्पण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की पहली और देश को सातवीं वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन हावड़ा एवं न्यू जलपाईगुड़ी को आपस में जोड़ेगी।
दरअसल, आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन का अहमदाबाद के अस्पताल में निधन हो गया था। वे मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अहमदाबाद चले गए। ऐसे में इस बात की आशंका थी कि कहीं आज के कार्यक्रम में वो शरीक नहीं पाएंगे। लेकिन प्रधानमंत्री ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लेने का फैसला लिया। वे बंगाल में 7,800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के साथ ही राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता भी करनेवाले हैं।
बता दे पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आज इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख का बहुत महत्व है। 30 दिसंबर 1943 में नेताजी सुभाष में अंडमान में तिरंगा फैराकर भारत की आज़ादी की बिगुल फूंका था। इस घटना के 75 वर्ष होने पर साल 2018 में मैं अंडमान गया था और नेताजी के नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया था।
उन्होंने कहा कि जिस धरती से वंदे मातरम् का जयघोष हुआ, वहां अभी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे में तेज विकास और सुधार जरूरी है इसलिए केंद्र सरकार भारततीय रेलवे को आधुनिक बनाने के लिए रिकॉर्ड निवेश कर रही है। वंदे भारत, तेजस, हमसफर जैसी आधुनिक ट्रेनें देश में बन रही हैं। सुरक्षित और आधुनिक कोच की संख्या में वृद्धि हो रही है। रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह विकसित किया जा रहा है। रेल लाइनों का आधुनिकिकरण और विद्युतिकरण जिस रफ्तार से हो रहा है वो पहले कभी नहीं हुआ।