प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम परिसर का उद्घाटन किया बोले काशी है अविनाशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभ मुहुर्त मे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर दिया है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ये भव्य धाम भक्तों को अतीत के गौरव का एहसास कराएगा. पीएम मोदी ने कहा कि अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50-60 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. पूरे विधि विधान से बाबा विश्वनाथ के पूजन अर्चन और अभिषेक के पश्चात हर-हर-महादेव, हर-हर-महादेव, नमः पार्वती पतये हर हर महादेव के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने अपना संबोधन शुरू किया। संतों, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री, उपराज्यपाल, अन्य राज्यों से आए नेताओं के साथ ही देश के लोगों को पीएम ने धन्यवाद दिया .
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काशी विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण कर दिया है. इस मौके को केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने विशाल और व्यापक कार्यक्रम बना दिया है. इस कार्यक्रम में शामिल होने बीजेपी शासित राज्यों के 12 मुख्यमंत्री और 9 डिप्टी सीएम वाराणसी आये हुए हैं. 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण रेवती नक्षत्र में हुआ। इसके साथ ही अब यह आम लोगों के लिए भी खोल दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में हैं और श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नए स्वरूप काशी विश्वनाथ धाम परिसर को राष्ट्र को समर्पित कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करीब 10.30 बजे काशी पहुंचे। परंपरा अनुसार सबसे पहले कालभैरव मंदिर में दर्शन किए। प्रधानमंत्री 10:30 बजे वाराणसी एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से शहर के लिए प्रस्थान कर गए। यहां से वो कालभैरव मंदिर गए। यहां दर्शन-आरती करने के बाद ललीता घाट गए। डुबकी लगाई। गंगाजी का जल लिया और काशी विश्वनाथ के मंदिर में जाकर पूजा की। इसके बाद काशी विश्वनाथ धाम परिसर के लोकार्पण का आयोजन हुआ है। शाम 6 बजे गंगा आरती में हिस्सा लेंगे।
सदियों की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत समेटे पुरातन नगरी वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ का भव्य और दिव्य स्वरूप आज लोगों के सामने आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर धाम का भव्य अनुष्ठान के बाद लोकार्पण कर दिया है.
पूरे विधि विधान से बाबा विश्वनाथ के पूजन अर्चन और अभिषेक के पश्चात हर-हर-महादेव, हर-हर-महादेव, नमः पार्वती पतये हर हर महादेव के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने अपना संबोधन शुरू किया। संतों, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री, उपराज्यपाल, अन्य राज्यों से आए नेताओं के साथ ही देश के लोगों को पीएम ने धन्यवाद दिया। उपस्तिथ लोगो को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी बोले -
काशी तो काशी है! काशी तो अविनाशी है. काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है. जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है?
कालांतर में आतताइयों की नजर काशी पर रही है. लेकिन यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं. अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं. और अंग्रेजों के दौर में भी, वारेन हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभ मुहुर्त मे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर दिया है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ये भव्य धाम भक्तों को अतीत के गौरव का एहसास कराएगा. पीएम मोदी ने कहा कि अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50-60 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. इससे पहले उन्होंने कहा कि अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूं, देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं. काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है. मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं.
अपना सम्बोधन आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री बोले -
साथियों हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है सभी पापों से मुक्त हो जाता है। आज बनारस में ऐसा लग रहा है कि सभी देवी देवता बाबा के धाम में आए हुए हैं। साथियों आज भगवान शिव का प्रिय दिन सोमवार है। आज की तिथि एक नया इतिहास रच रही है। हमारा सौभाग्य है कि हम आज विश्वनाथ धाम का वैभव विस्तार ले रहा है।प्रधानमंत्री देश दुनिया के उन लोगों का आभार व्यक्त किया जोकि दूर होकर भी इस पल के साक्षी बन रहे हैं। साथियों हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है सभी पापों से मुक्त हो जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप यहां जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे, आपको यहां अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा. कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं, इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का, ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का. ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का. भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का. पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है. अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. यानि पहले माँ गंगा का दर्शन-स्नान, और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम.
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभा को सम्बोधित किया और बोले -
सीएम योगी ने कहा कि 1000 साल तक बाबा विश्वनाथ का धाम विपरित परिस्थितियों में रहा. उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों की प्रतीक्षा पूरी हुई, ऐसा कहा जाता रहा है कि मां गंगा या तो भगीरथ की जटाओं में उलझी या फिर काशी के मणिकर्णिका घाट पर उलझी रही, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से आज हमको ये उपहार मिला है.
काशी ने बहुत कुछ देखा है, 1000 साल बाबा का धाम विपरित हालात में रहा. इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होलकर ने यहां के लिए योगदान दिया, महाराजा रणजीत सिंह ने भी योगदान दिया लेकिन काशी अपने परिकल्पित स्वरूप में कभी नही आ पाई.
सीएम योगी ने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही हिस्सा है, हम सबका सौभाग्य है कि बाबा विश्वनाथ आज नए स्वरूप में आ गए हैं.
गांधी जी 100 वर्ष पहले इसी काशी की गलियों की गंदगी देखकर अप्रसन्न हुए थे, सरकारें आयी गयी, लेकिन इन काशी की गलियों का सौंदर्यीकरण अब प्रधानमंत्री द्वारा पूरा किया गया. गांधी के नाम पर बहुतों ने सत्ता प्राप्त की, लेकिन वाराणसी को स्वच्छ करने के सपने को हम सब ने साकार किया है.
एक खास बात इस समारोह में दिखने को मिली कि प्रधानमंत्री मोदी ने कॉरिडोर निर्माण में काम करने वाले मजदूरों पर पुष्प वर्षा की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मजदूरों के बीच बैठकर फोटो भी खिचवाई। इस दौरान मजदूर काफी प्रसन्न दिखे। प्रधानमंत्री ने सभी से बातचीत भी की। उनसे कुशलक्षेम पूछते हुए निर्माण कार्य में सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।