PM मोदी ने कहा- "इस Decade को तकनीकी दशक 'Techade' बनाना हमारा लक्ष्य"
पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका शिक्षक आदान-प्रदान कार्यक्रम शुरू करने और विभिन्न मुद्दों पर हैकथॉन आयोजित करने का भी संकेत दिया. वहीं जिल बाइडेन ने युवा पीढ़ी में निवेश की आवश्यकता पर जोर दिया. जिल बाइडेन ने कहा, "अगर हम चाहते हैं कि हमारी अर्थव्यवस्थाएं मजबूत हों, तो हमें युवाओं में निवेश करने की जरूरत है जो हमारा भविष्य हैं. हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि उनके पास वे अवसर हों, जिनके वे हकदार हैं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन ने आज सुबह अलेक्जेंड्रिया, वर्जीनिया में नेशनल साइंस फाउंडेशन का दौरा किया. उनके साथ अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी भी मौजूद रहे. जिल बाइडेन ने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों को एक साथ लाती है.
पीएम मोदी के साथ मुलाकात के बाद जिल बाइडेन ने कहा, "हमारा रिश्ता सिर्फ सरकारों के बारे में नहीं है, हम परिवारों और दोनों देशों के बीच दोस्ती का जश्न मना रहे हैं. अमेरिका-भारत साझेदारी गहरी और व्यापक है, क्योंकि हम संयुक्त रूप से वैश्विक चुनौतियों से निपटते हैं."
पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका शिक्षक आदान-प्रदान कार्यक्रम शुरू करने और विभिन्न मुद्दों पर हैकथॉन आयोजित करने का भी संकेत दिया. वहीं जिल बाइडेन ने युवा पीढ़ी में निवेश की आवश्यकता पर जोर दिया.
जिल बाइडेन ने कहा, "अगर हम चाहते हैं कि हमारी अर्थव्यवस्थाएं मजबूत हों, तो हमें युवाओं में निवेश करने की जरूरत है जो हमारा भविष्य हैं. हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि उनके पास वे अवसर हों, जिनके वे हकदार हैं."
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य इस दशक को तकनीकी दशक बनाना है और उन्होंने युवा उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए अपनी सरकार की पहल को साझा किया. पीएम ने कहा, "युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए हमने 'स्टार्ट अप इंडिया' मिशन शुरू किया है. हमारा लक्ष्य इस दशक को तकनीकी दशक - टेकेड बनाना है."
पीएम ने कहा, "भारत और अमेरिका को विकास की गति बनाए रखने के लिए प्रतिभा की पाइपलाइन की जरूरत है. एक ओर, अमेरिका के पास शीर्ष श्रेणी के शैक्षणिक संस्थान और उन्नत प्रौद्योगिकियां हैं. दूसरी ओर, भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी युवा फैक्ट्री है. इसलिए, मेरा मानना है कि भारत-अमेरिका समावेशी वैश्विक विकास और टिकाऊ साझेदारी का इंजन साबित होगी."
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्किल इंडिया अभियान के तहत 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और ड्रोन के क्षेत्र में कुशल बनाया गया है.
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री मोदी ने वाशिंगटन पहुंचने के बाद भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की. न्यूयॉर्क में, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक विशाल रिकॉर्ड-सेटिंग योग सत्र का नेतृत्व किया.
प्रधानमंत्री अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं. इस दौरान वो राजकीय रात्रिभोज सहित उद्योग जगत के लोगों और नेताओं के साथ कई बैठकों में भाग लेंगे.