ऐसे गुनाह करने वालों को माफ न करे जनता बोले मोदी , कांग्रेसी सांसद बोले लगे राष्ट्रपति शाशन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की निंदा की है. उन्होंने एक तरफ ममता बनर्जी सरकार का नाम लेते हुए कहा है कि मैं उम्मीद करता हूं कि बंगाल सरकार इस हिंसा की जांच कर इंसाफ दिलाएगी, वहीं बंगाल की जनता से आह्वान किया कि ऐसे गुनाह करने वालों को माफ न करे .
पश्चिम बंगाल की धरती एक बार फिर से रक्तरंजित हुई है. सूबे के बीरभूम के इलाके रामपुरहाट में सियासी हिंसा की आग ने 8 जिंदगियों को जलाकर खाक कर दिया है. हर बार की तरह सियासी बयानबाजी परवान पर है. पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हिंसा पर राजनीतिक लड़ाई शुरू हो गई है. बीजेपी ने ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तो ममता ने इसे बंगाल को बदनाम करने की साजिश बताया है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की निंदा की है. उन्होंने एक तरफ ममता बनर्जी सरकार का नाम लेते हुए कहा है कि मैं उम्मीद करता हूं कि बंगाल सरकार इस हिंसा की जांच कर इंसाफ दिलाएगी, वहीं बंगाल की जनता से आह्वान किया कि ऐसे गुनाह करने वालों को माफ न करे .
बीरभूम जिले में मंगलवार को हुई हिंसा की घटना का उल्लेख करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत में उन्होंने कहा, 'मैं इस हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं... अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।' उन्होंने कहा, 'मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी।' प्रधानमंत्री ने बंगाल की जनता से आग्रह किया कि वह ऐसी वारदात को अंजाम देने वाले लोगों और ऐसे अपराधियों का हौसला बढ़ाने वालों को कभी माफ न करे। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार की तरफ से मैं राज्य को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने में जो भी मदद वो चाहेगी, उसे मुहैया कराई जाएगी।' इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय संस्कृमति मंत्री जी किशन रेड्डी भी मौजूद थे।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। चौधरी ने बंगाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति और पिछले एक महीने में 26 राजनीतिक हत्याओं का हवाला देते हुए राष्ट्रपति से बीरभूम में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 355 को लागू करने का आग्रह किया। चौधरी ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। यह अत्यंत दुख की बात है कि पिछले महीने ही पश्चिम बंगाल में 26 राजनीतिक हत्याएं हुई थीं। चुनावी हिंसा और चुनाव के बाद की हिंसा ने कई लोगों की जान ले ली है। पूरा राज्य भय और हिंसा की चपेट में है।
जानकारी के लिए बता दें कि बीरभूम के रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगा दिए जाने से दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की जल कर मौत हो गई। यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई। भारतीय जनता पार्टी ने इस हिंसा के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस समर्थित 'गुंडों' को जिम्मेदार ठहराया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बीरभूम जिले में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध हों। इस हिंसा की घटना के सिलसिले में अब तक कम से कम 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।