डायनामाइट लगा कर पुलिस ने ढहाया हत्यारोपी BJP नेता का होटल, चंद सेकेंड में चार मंजिला इमारत जमींदोज
जिला प्रशासन ने अवैध रुप से बनाई गई चार मंजिला होटल को डायनामाइट लगाकर चंद सेकंड में जमींदोज कर दिया। आरोपी मिश्रीचंद गुप्ता पर एक चुनावी रंजिश में एक युवक को कार से कुचलकर हत्या करने का आरोप है। आरोपी नेता की चार मंजिला होटल में 60 डाइनामाइट लगाए गए। फिर मंगलवार शाम ब्लास्ट कर इसे चंद सेकेंड में ढहा दिया गया।
मध्य प्रदेश के सागर में जिला और पुलिस प्रशासन ने एक हत्या के आरोपी भाजपा नेता पर बड़ी कार्रवाई की है। जिला प्रशासन ने अवैध रुप से बनाई गई चार मंजिला होटल को डायनामाइट लगाकर चंद सेकंड में जमींदोज कर दिया। आरोपी मिश्रीचंद गुप्ता पर एक चुनावी रंजिश में एक युवक को कार से कुचलकर हत्या करने का आरोप है।
आरोपी नेता की चार मंजिला होटल में 60 डाइनामाइट लगाए गए। फिर मंगलवार शाम ब्लास्ट कर इसे चंद सेकेंड में ढहा दिया गया। कार्रवाई के दौरान सागर जिला कलेक्टर दीपक आर्या, डीआईजी तरुण नायक और अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
बता दे सागर के मकरोनिया में चुनावी रंजिश में एक युवक की जीप से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में 5 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हाे चुके हैं। जबकि मिश्रीचंद गुप्ता समेत तीन आरोपी फरार हैं। हत्या की इस वारदात में नाम आने के बाद आरोपी भाजपा नेता मिश्रीचंद गुप्ता को पार्टी ने निष्कासित कर दिया था।
आरोपी मिश्रीचंद गुप्ता और उसके परिवार की होटल जयराम पैलेस मकरोनिया चौराहे के पास स्थित है। चार मंजिला होटल का निर्माण अवैध बताया गया। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मंगलवार को होटल तोड़ने की कार्रवाई करने पहुंची। सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेड लगाकर ट्रैफिक को रोक दिया गया। होटल के आसपास रहने वाले लोगों का घर खाली करवाया गया। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा।
2 दिसंबर की रात मकरोनिया चौराहे जगदीश यादव उर्फ जग्गू की जीप से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। जगदीश (30) मकरोनिया थाना क्षेत्र के कोरेगांव का रहने वाला था। वह मकरोनिया चौराहे पर पवन यादव की डेयरी पर काम करता था। वह निर्दलीय पार्षद किरण यादव का भतीजा था। किरण यादव ने मिश्रीचंद गुप्ता की पत्नी मीना को पार्षद चुनाव में 83 वोट से हराया था।
आरोप है कि चुनावी रंजिश में उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के मामले में आठ लोगों पर केस दर्ज किया गया था, जिसमें से पांच लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। हालांकि, मिश्रीचंद गुप्ता अभी भी फरार है।