गहलोत के दावे पर राजस्थान में सियासी उबाल- 'वसुंधरा ने बचाई थी मेरी सरकार'

वसुंधरा ने बयान को गहलोत का षडयंत्र करार दिया है। रविवार को धौलपुर जिले के राजाखेड़ा में महंगाई राहत शिविर का अवलोकन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने जुलाई 2020 में खुद की सरकार गिराने के लिए पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे द्वारा की गई बगावत के वक्त भाजपा से करोड़ों रुपये लेने का आरोप दोहराया। 

गहलोत के दावे पर राजस्थान में सियासी उबाल- 'वसुंधरा ने बचाई थी मेरी सरकार'

राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत के बयान पर वसुंधरा ने कहा है कि 2023 में होने वाली हार से भयभीत होकर वह झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने उन अमित शाह पर आरोप लगाया है, जिनकी ईमानदारी और सत्य निष्ठा सर्वविदित है। रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध हैं, यदि उनके विधायकों ने पैसा लिया है तो एफआइआर दर्ज करवाएं। 

सच तो यह है कि अपनी ही पार्टी में हो रही बग़ावत और रसातल में जाते जनाधार के कारण बौखलाहट में उन्होंने ऐसे अमर्यादित और असत्य आरोप लगाएं हैं। उनके द्वारा मेरी तारीफ़ करना मेरे खलिाफ़ उनका एक बड़ा षड्यंत्र है। जीवन में मेरा जितना अपमान गहलोत ने किया है, कोई कर ही नहीं सकता।

बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि 2020 में हमारी सरकार गिराने की कोशिश के समय पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा नेता कैलाश मेघवाल ने साजिश का समर्थन नहीं किया था। 

उन्होंने कहा था कि हमारे यहां पैसे के बल पर सरकार गिराने की परंपरा नहीं है। इनकी अंतरात्मा ने कहा कि हमें ऐसे लोगों का साथ नहीं देना चाहिए। दोनों नेताओं ने मेरी सरकार बचाने में मदद की। भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाह ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ दिया।

उधर, वसुंधरा ने बयान को गहलोत का षडयंत्र करार दिया है। रविवार को धौलपुर जिले के राजाखेड़ा में महंगाई राहत शिविर का अवलोकन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने जुलाई 2020 में खुद की सरकार गिराने के लिए पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे द्वारा की गई बगावत के वक्त भाजपा से करोड़ों रुपये लेने का आरोप दोहराया। 

साथ ही यह रकम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को वापस लौटाने की सलाह दी। गहलोत ने कहा कि उस वक्त हमारे विधायकों को दस से बीस करोड़ रुपये बांटे गए। यह पैसा शाह को वापस लौटा देना चाहिए।

गहलोत ने कहा कि हमारे विधायकों से मैने यहां तक कह दिया कि जिसने दस से बीच करोड़ रुपये लिए हैं, उसमें से कुछ खर्च कर दिए हों तो वह मैं दे दूंगा। मैं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से दिलवा दूंगा। आप लोग शाह का पैसा वापस दे दीजिए । उनका पैसा मत रखिए । 

उनका पैसा रखोगे तो हमेशा आप पर दबाव बनाकर रखेंगे। वह गृहमंत्री भी हैं। डराएंगे। वो गुजरात में करते हैं। महाराष्ट्र में डरा-धमका कर शिवसेना के दो टुकड़े करवा दिए । शाह बहुत खतरनाक खेल खेलते हैं। सीएम ने कहा कि शाह, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र ¨सह शेखावत इन सबने मिलकर हमारी सरकार को गिराने का षड्यंत्र किया था।

गहलोत के बयान के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा कि नंबर एक के झूठे हैं गहलोत। इतने ही सच्चे हैं तो करोड़ों रुपये लेने वालों पर अब तक केस क्यों नहीं दर्ज कराया गया। ये कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है, जिसे जीतने के लिए गहलोत हर नाजायज तरीका इस्तेमाल कर रहे हैं। वह अपने विरोधी खेमे को गद्दार साबित करना चाहते हैं।