प्रयागराज: 12 मार्च को था गृह प्रवेश- बुलडोजर चला मिट्टी में मिला, अतीक के करीबी माशूक का आलीशान बंगला

3 मार्च को PDA (प्रयागराज विकास प्राधिकरण) ने अतीक अहमक के फाइनेंसर माशूक प्रधान उर्फ माशूक उद्दीन के आलीशन आशियाने को बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया। माशूक उद्दीन के जिस आलीशन घर को बुलडोजर चला है वह शहर से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर असलौली इलाके में 200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में तकरीबन 3 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था। जिसका गृह प्रवेश 12 मार्च को होना था।

प्रयागराज: 12 मार्च को था गृह प्रवेश- बुलडोजर चला मिट्टी में मिला, अतीक के करीबी माशूक का आलीशान बंगला

रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकंड के बाद अपराधियों पर योगी सरकार का एक्शन लगातार जारी है। शुक्रवार 3 मार्च को PDA (प्रयागराज विकास प्राधिकरण) ने अतीक अहमक के फाइनेंसर माशूक प्रधान उर्फ माशूक उद्दीन के आलीशन आशियाने को बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया। माशूक उद्दीन के जिस आलीशन घर को बुलडोजर चला है वह शहर से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर असलौली इलाके में 200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में तकरीबन 3 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था। जिसका गृह प्रवेश 12 मार्च को होना था।
माशूक प्रधान उर्फ माशूक उद्दीन सीधे तौर पर उमेश पाल हत्याकांड से नहीं जुड़ा है, लेकिन उसके खिलाफ 16 से ज्यादा अपराधिक केस दर्ज हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, माशूक उद्दीन पर प्रयागराज के धूमनगंज, पुरामुफ्ती और कर्नलगंज थाने में गुंडा एक्ट, हत्या का प्रयास, लूट डकैती समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। इतना ही नहीं, माशूक उद्दीन माफिया अतीक अहमद का बेहद खास है और अतीक अहमद के गुर्गों को फंड उपलब्ध कराता है। माशूक अहमद ग्राम प्रधान भी रह चुका है।
सरकारी अमले की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जुमे के चलते शाम करीब 3:45 बजे शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होने से पहले परिवार के लोगों की सरकारी अमले से तीखी नोकझोंक भी हुई, लेकिन लोग ज्यादा देर तक विरोध नहीं कर सके। माशूक की बहू और परिवार के दूसरे लोगों ने प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मनमाने तरीके से कार्रवाई किए जाने की बात कही। उनका कहना था कि नक्शे के लिए आवेदन किया गया था। इसके बावजूद प्राधिकरण ने बुलडोजर चला दिया। यह भी सफाई दी गई थी कि उनके परिवार का माफिया अतीक अहमद से कोई नाता नहीं है। उमेश पाल शूटआउट केस के बाद प्रयागराज में पिछले 3 दिनों से लगातार बुलडोजर कार्रवाई हो रही है। 
3 मार्च को सरकारी अमले ने तीन बुलडोजर और एक पोकलैंड मशीन से इस आलीशान मकान को करीब सवा दो घंटे में जमींदोज कर दिया। यह आलीशान मकान हाल ही में बनाया गया था और अभी गृह प्रवेश भी नहीं हुआ था। 12 मार्च को गृह प्रवेश की तैयारी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मकान जहां बना था, वहां से एयरफोर्स का ट्रांसमीटर एरिया शुरू हो जाता है। इसके निर्माण पर एयरफोर्स ने आपत्ति जताई थी। नक्शा भी पास नहीं हुआ था। हालांकि, नक्शे के लिए आवेदन जरूर किया गया था, लेकिन पीडीए ने आवेदन को नामंजूर नहीं किया था।