यूपी के सरकारी स्कूलों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की तैयारी: निकलेंगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत कौशल विकास और रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा देने की तैयारी है. 

यूपी के सरकारी स्कूलों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की तैयारी: निकलेंगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर

उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के बेसिक स्कूलों के पाठ्यक्रमों में बड़े बदलाव करने जा रही है. अब कक्षा 6 से 8 तक का सिलेबस सीबीएसई बोर्ड जैसा होने वाला है. बच्चों को आधुनिक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार लगातार कदम भी उठा रही है. 

इसी क्रम में एक और फैसला लिया गया है. नए सत्र में बेसिक स्कूलों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की तैयारी है. आने वाले सत्र से सरकारी विद्यालयों में बच्चों को एआई (AI) और कोडिंग (Coding) की पढ़ाई कराई जाएगी. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने तीन विषयों पर किताबें और पाठ्यक्रम तैयार किया लिया है. 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत कौशल विकास और रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा देने की तैयारी है. 

इन बच्चों को डिजिटल साक्षरता, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  (Artificial Intelligence) और कोडिंग (Coding) की पढ़ाई कराई जाएगी. जानकारी के मुताबिक बच्चों को कंप्यूटर नॉलेज, डाटा मैनेजमेंट, एडवांस टेक्नोलॉजी, साइबर सुरक्षा आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम बनाए जाएंगे. 

बताया जा रहा है जल्द ही किताबों और पाठ्यक्रम का विमोचन किया जाएगा. इसके बाद शिक्षकों की ट्रेनिंग भी कराई जाएगी. अभी कक्षा 6 से 8 तक के पाठ्यक्रमों में यह बदलाव करने की योजना है, मगर आने वाले समय में अन्य कक्षाओं में भी ऐसे बदलाव किए जाएंगे. 

भविष्य में कक्षा 9 से 12 के पाठ्यक्रम में भी आधुनिक विषयों को शामिल किया जाएगा. आपको बता दें कि निजी स्कूल पहले से ही बच्चों को एआई और कोडिंग की पढ़ाई करा रहे हैं.