प्रस्ताव तैयार, प्रयागराज में एफिल टावर की तर्ज पर गंगा किनारे बनेगी अनूठी रिवर आर्ट गैलरी
एफिल टॉवर की तर्ज पर सिक्स लेन के ऊपर टॉवर के एक पायदान पर रिवर आर्ट गैलरी बनाई जाएगी। इस गैलरी का प्रस्ताव केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेज दिया गया है। यह देश की इकलौती ऐसी रिवर गैलरी होगी, जहां कुंभ और प्रयागराज की संस्कृति के दर्शन हो सकेंगे।
फ्रांस के एफिल टॉवर की तर्ज पर प्रयागराज में गंगा किनारे अनूठी रिवर आर्ट गैलरी दुनिया भर के सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगी। प्रयागराज में दो हजार करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन 10 किमी लंबे सिक्स लेन पुल के टॉवर पर इस गैलरी का निर्माण होगा। इस गैलरी में मानवता के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में कुंभ की छटा के साथ ही प्रयागराज की कला-संस्कृति और धरोहरों के भी दर्शन होंगे। एनएचएआई ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को इसका प्रस्ताव भेज दिया है।
फाफामऊ में निर्माणाधीन सिक्स लेन सेतु के टॉवर पर गंगा किनारे आसमान में स्थापित होने वाली यह रिवर आर्ट गैलरी महाकुंभ-2025 से पहले ही दुनिया के पर्यटकों का ध्यान खींचने लगेगी। यह देश की पहली ऐसी रिवर आर्ट गैलरी होगी, जिसमें कुंभ की संस्कृति की छटा से देश-दुनिया के सैलानी सीधा साक्षात्कार कर सकेंगे। प्रयागराज में प्रवेश करने से पहले इस गैलरी में इस आध्यात्मिक नगरी की संस्कृति और आतिथ्य सत्कार के साथ ही कला की झलक मिल जाएगी। शंकराचार्यों, महामंडलेश्वरों और अखाड़ों के नागा संन्यासियों की पेंटिंग और उनकी ध्यान-साधना से भी पर्यटक इस रिवर गैलरी में आकर परिचित हो सकेंगे। इस रिवर गैलरी में प्रयागराज में लगने वाले धार्मिक मेलों के भी दर्शन होंगे।