कठुआ में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जैकेट में दिखे राहुल, कहा- महसूस हो रहा है जैसे अपने घर लौट रहा हूं
कड़ाके की ठंड के बीच राहुल गांधी ने जैकेट पहन लिया है। राहुल गांधी ने कहा कि वह कहना चाहते हैं कि आप किसी भी धर्म जात के हो, बच्चे या बुजुर्ग हो आप इस देश के हैं। उन्होंने कहा, ' मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं। मेरे दिल में आपके लिए मोहब्बत है। अगले नौ दस दिन आपके दिल का दर्द जो दुख है, उसे बांटने आया हूं।'
जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा दिन है। कठुआ में यात्रा बारिश के बीच हो रही है। इसके बाद भी लोगों में उत्साह बना हुआ है। कड़ाके की ठंड के बीच राहुल गांधी ने जैकेट पहन लिया है। यात्रा सुबह 8 बजे हटली मोड से शुरु हुई, जो अरोडिया तक चलेगी। इस बीच राहुल 16 प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात भी करेंगे।
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि वह कहना चाहते हैं कि आप किसी भी धर्म जात के हो, बच्चे या बुजुर्ग हो आप इस देश के हैं। उन्होंने कहा, ' मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं। मेरे दिल में आपके लिए मोहब्बत है। अगले नौ दस दिन आपके दिल का दर्द जो दुख है, उसे बांटने आया हूं।'
भारत जोड़ो यात्रा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हिंदोस्तान के सामने नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़े मुद्दे हैं। सरकार ने इस देश को रोजगार देने वाले छोटे मध्यम व्यवसायियों को खत्म कर दिया। नतीजा यह हुआ है कन्याकुमारी से कश्मीर तक युवाओं के मुंह में एक शब्द है बेरोजगारी, बेरोजगार, बरोजगारी।
उन्होंने कहा, 'यह देश अपने युवाओं, अपने बच्चों को झूठ बोल रहा है। इंजीनियर, वकील बन सकते हो या फिर आईएएस, सेना में जा सकते हो। लेकिन सच्चाई यह है कि करोड़ों बच्चों में से एक दो प्रतिशत ही यह पद हासिल करेंगे। आज के हिंदोस्तान में बाकी बेरोजगार होंगे, मजदूरी करेंगे।'
'मेरा परिवार जम्मू-कश्मीर में रहता था। जैसे मैं जम्मू-कश्मीर में आया हूं वैसे ही मेरा परिवार यहां से उत्तर प्रदेश गया होगा। मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि मैं अपने घर वापस जा रहा हूं। जिस धरती से मेरा परिवार आया, उस धरती की ओर मैं वापस पैदल जा रहा हूं। जब व्यक्ति जड़ की ओर जाता है उसे सीखने को बहुत कुछ मिलता है। अपने बारे, अपने लोगों और देश के बारे में जानने के लिए आया हूं। अगले नौ दिन आपसे सीखने आया हूं।'-यह बातें लखनपुर में भारत जोड़ो यात्रा की जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहीं।
उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने कितना दुख सहा है। समझता हूं, सब को चोट लगी है। दुख सहा है, देखा है। मैं सिर झुकाकर, आपकी जमीन पर आया हूं। उन्होंने कहा कि हिंदोस्तान के सामने नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई बड़े मुद्दे हैं। कहा कि दो हिंदोस्तान बनाए जा रहे हैं। एक अरबपतियों और दूसरा छोटे व्यापारियों, किसानों, मजदूरों का हिंदोस्तान है। यहां ध्यान भटका कर भाजपा और आरएसएस लोगों की जेबें काटने में लगी है। अरबपतियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पहुंचे नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सदियों पहले आदिगुरु शंकराचार्य ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा शुरू की थी। राहुल गांधी दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं जो ये यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नफरतों को खत्म करना है और सद्भाव को बढ़ाना है। हमारी भाषा-संस्कृति अलग है लेकिन भारत एक है। राहुल गांधी देश को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कोशिश है हमारी भावी पीढ़ी भी उस भारत को देख सके जिसे महात्मा गांधी चाहते थे, जो नेहरू और शेर-ए-कश्मीर चाहते थे। उन्होंने कहा कि वे भाजपा से हाथ जोड़ कर अपील करते हैं कि मुल्ख जोड़ने की यात्रा है सियासत की यात्रा नहीं है। वतन जोड़ना है और उनको भी इसके साथ आना चाहिए।