अमेरिका से राहुल का मोदी सरकार पर व्यंग्य- ‘PM मोदी को लगता है वे सब जानते हैं, वे भगवान को भी सिखा सकते हैं'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में कुछ लोगों को लगता है कि वे सब कुछ जानते हैं। वे भगवान को भी चीजें सिखा सकते हैं और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनमें से एक हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी बात की।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी छह दिन के लिए अमेरिका आए हुए हैं। वह यहां तीन शहरों का दौरा करेंगे। इस बीच, राहुल गांधी ने बुधवार सुबह सैन फ्रांसिस्को में भारतीयों को संबोधित किया। उन्होंने यहां भाजपा और भारत के प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोगों को लगता है कि वे सब कुछ जानते हैं। वे भगवान को भी चीजें सिखा सकते हैं और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनमें से एक हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी बात की।
कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में एक कार्यक्रम में गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस भारत में राजनीति के सभी उपकरणों को नियंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले, उन्होंने महसूस किया कि ऐतिहासिक रूप से राजनीति में इस्तेमाल होने वाले सामान्य उपकरण अब काम नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को धमका रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। भारत जोड़ो यात्रा इसलिए शुरू हुई क्योंकि लोगों से जुड़ने के लिए हमें जिन सभी साधनों की जरूरत थी, वे सभी भाजपा-आरएसएस द्वारा नियंत्रित थे।
राहुल ने अपनी यात्रा को लेकर कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं थका नहीं क्योंकि मेरे साथ पूरा भारत था। सरकार ने पुलिस बल का प्रयोग करते हुए मेरी यात्रा को रोकने की पूरी कोशिश की। इसके बावजूद दौरे का असर बढ़ता गया।
राहुल गांधी ने नई संसद को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि इसे बदलना नहीं चाहिए था। आज मुस्लिम अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे है। यहां तक कि दलित, सिख, ईसाई भी। उन्होंने आगे कहा कि नफरत को नफरत से नहीं काटा जा सकता है। बल्कि नफरत को प्यार से दूर किया जा सकता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी को अगर आप भगवान के सामने भी बैठा देंगे, तो वह उन्हें भी बता देंगे कि क्या करना है। ब्रह्मांड कैसे बनाना है ये भी वह भगवान को बता सकते हैं।
उन्होंने एक बार फिर केंद्रीय एजेंसियों के गलत उपयोग का सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का सहारा लेकर विपक्ष को निशाना बना रही है। हर कोई उनके खिलाफ बोलना चाहता है तो उनपर कार्रवाई कर दी जाती है। केद्रीय एजेंसियों का दुर्व्यवहार किया जा रहा है। लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। इसकी वजह से राजनीति में कठिनाई आ रही है।
इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को अमेरिका पहुंचे। वे यहां के तीन शहरों का दौरा करेंगे। हवाई अड्डे पर राहुल गांधी का स्वागत इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और संगठन के अन्य सदस्यों ने किया था।
राहुल सैन फ्रांसिस्को में प्रतिष्ठित स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत कर सकते हैं। इसके बाद वह वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे और सांसदों तथा संस्थानों से जुड़े लोगों के साथ बैठक करेंगे।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी वॉल स्ट्रीट के अधिकारियों और विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत कर सकते हैं। बातचीत न्यूयॉर्क के जेविट्स सेंटर में होगी। यात्रा के अंतिम दिन वह 4 जून को न्यूयॉर्क में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इससे पहले पित्रोदा ने पिछले सप्ताह बताया था कि राहुल गांधी की यात्रा का मकसद वास्तविक लोकतंत्र के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। राहुल को यात्रा के लिए रविवार को नया सामान्य पासपोर्ट जारी किया गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 10 साल की अवधि के लिए एक नया साधारण पासपोर्ट हासिल करने के लिए 'अनापत्ति प्रमाण पत्र' (एनओसी) मांग वाली याचिका दाखिल की थी। पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इसका विरोध किया था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद वायनाड लोकसभा सीट से पूर्व सांसद राहुल ने राजनयिक पासपोर्ट और दस्तावेज लौटा दिए थे।