चार साल बाद हुआ खुलासा- मां ने प्रेमी संग मिलकर पिता को घर में दफना दिया था, बेटी थाने के चक्कर काटती रही
गुमशुदा पिता की तलाश के लिए नाबालिग बेटी बीते चार साल से थाने के चक्कर काट रही थी. गुमशुदा व्यक्ति की लाश उसके पड़ोसी के घर में दफन मिली. लाश को छह फुट गहरा गड्डा खोदकर दफना दिया गया था. इतना ही नहीं उसके ऊपर पर पक्का फर्श भी बना दिया था. पत्नी ने प्रेमी की मदद से पति की हत्या की थी.
उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच को चार साल से गुमशुदा व्यक्ति की लाश उसके पड़ोसी के घर में दफन मिली. लाश को छह फुट गहरा गड्डा खोदकर दफना दिया गया था. इतना ही नहीं उसके ऊपर पर पक्का फर्श भी बना दिया था. पत्नी ने प्रेमी की मदद से पति की हत्या की थी.
वहीं, गुमशुदा पिता की तलाश के लिए नाबालिग बेटी बीते चार साल से थाने के चक्कर काट रही थी. बेटी जब थाने जाती, तो हत्यारोपी मां भी उसके साथ होती. पत्नी पुलिस के सामने रोने का झूठा नाटक करती. मगर, उसे पता नहीं था कि एक दिन उसके किए का पर्दाफाश हो जाएगा.
सिहानी थाना क्षेत्र गेट इलाके के रहने वाले 46 बर्षीय चंद्रवीर बीते चार साल से लापता थे. पिता की तलाश में बेटी उनके गुमशुदा होने के बाद से ही ऐड़ी से चोटी का जोर लगा रही थी. लोकल थाने से लेकर बड़े अधिकारियों तक से उसने मदद मांगी थी.
बेटी ने पिता से जुड़ी हर जानकारी पुलिस को उपलब्ध कराई थी. मगर, बीते चार साल में पुलिस चंद्रवीर की तलाश करने में नाकायाब रही थी. पुलिस गुमशुदगी के इस मामले को बंद कर ही चुकी थी. मगर, फिर यह मामला गाजियाबाद क्राइम को सौंप दिया गया.
क्राइम ब्रांच के पास जब यह मामला आया, तो पुलिस के सभी इनपुट को लेकर फिर से जांच शुरु की गई. चंद्रवीर की पत्नी सविता सहित परिवार के अन्य लोगों से पूछताछ हुई. साल 2018 से लापता चंद्रवीर की गुमशुदगी के लिए पत्नी सविता अपने देवर को जिम्मेदार बताती थी.
वह मान रही थी कि ऐसा करने से पुलिस को उस पर शक नहीं होगा और देवर पकड़ा जाएगा. जब क्राइम ब्रांच ने कड़ी से कड़ी जोड़नी शुरु की, तो शक की सुई सविता पर आकर टिक गई. क्राइम ब्रांच ने सविता को हिरासत में और सख्ती से पूछताछ की.
फिर जो सच्चाई सामने आई उसने सभी को हैरान कर दिया. सविता ने पुलिस को बताया, मेरा पड़ोसी अरुण से प्रेम प्रसंग चल रहा था. हम दोनों पति को अपने रास्ते से हटाना चाहते थे. फिर हम दोनों ने मिलकर पति की हत्या का प्लान बनाया. सविता ने बताया हत्या वाले दिन पति चंद्रवीर शराब पीकर घर आया. उसके आने के बाद मैंने अरुण को घर बुलाया. शराब के नशे में धुत पति के सिर में अरुण ने गोली मारी. इसके बाद हमने उसके सिर के नीचे बाल्टी लगा दी थी. इससे खून उसी में भर गया और घर में नहीं फैला.
फिर प्रेमी अरुण के घर में पहले से ही खुदे 6 फीट के गड्ढे में पति की लाश को दफना दिया गया. सविता ने बताया कि पहचान छुपाने के लिए चंद्रवीर का हाथ भी काट दिया गया. दरअसल, उसके हाथ में एक कड़ा था, जो निकल नहीं रहा था. हाथ काटने के बाद केमिकल फैक्ट्री के पास फेंक दिया, जिससे उसकी शिनाख्त न हो पाए.
सविता के के प्रेमी अरुण ने 6 फीट गहरा गड्ढा टॉयलेट का बताकर खोदा गया था. इसको बाद में चंद्रवीर की लाश को डालकर ईटों के खरंजे से पाट दिया गया था. मामले में मृतक चंद्रवीर की बेटी का कहना है कि पिता की हत्या की जिम्मेदार मां सविता ही निकलेगी ऐसा कभी सोचा नहीं था. थाने में मां हमेशा साथ रहती थी, लेकिन कभी शक नहीं हुआ.