आर्यन खान के मामले में संदेह के घेरे में NCB अधिकारियों की भूमिका, NCB विजिलेंस टीम को जांच में मिली कई खामियां
आर्यन खान ड्रग्स मामले की जांच में कई तरह की खामियां पाई गई हैं। जांच में शामिल अधिकारियों के इरादों पर भी सवाल उठाया गया है। जांच में कुछ लोगों के खिलाफ सिलेक्टिव होने की बात भी सामने आई है। इस मामले में 7 से 8 NCB अधिकारियों की भूमिका संदेहास्पद है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान मामले में जांच की रिपोर्ट दिल्ली NCB कार्यालय को भेज दी है। जानकारी के मुताबिक आर्यन खान ड्रग्स मामले की जांच में कई तरह की खामियां पाई गई हैं। इसके अलावा इससे जुड़े कुछ दूसरे मामलों की जांच में भी अनियमितताएं मिली हैं। जांच में शामिल अधिकारियों के इरादों पर भी सवाल उठाया गया है। जांच में कुछ लोगों के खिलाफ सिलेक्टिव होने की बात भी सामने आई है। इस मामले में 7 से 8 NCB अधिकारियों की भूमिका संदेहास्पद है।
एजेंसी ने मामले में 65 लोगों के बयान दर्ज किए। कुछ लोगों ने 3 से 4 बार अपना बयान बदला था। इस मामले की जांच के दौरान कुछ दूसरे मामलों की जांच में भी खामियां मिलीं। सूत्रों ने बताया कि इन सभी मामलों में रिपोर्ट भेज दी गई है। पैसे मांगने की जांच की कड़ियां जुड़ नहीं पाई।
स्पेशल विजलेंस टीम की रिपोर्ट में जांच में शामिल अधिकारियों की नीयत पर भी सवाल उठाए गए हैं। एनसीबी के बड़े अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सबूतों के अभाव होने पर भी जांच की जा रही थी और मामले को आगे बढ़ाया जा रहा था। इस मामले में 65 लोगों के बयान 4 बार दर्ज किए गए हैं, इसका कारण ये है कि ये लोग अपने बयान अक्सर बदल रहे थे। इसी वजह से कई लोगों के बयान तो कैमरे में रिकॉर्ड किए गए हैं। इन मामलों में पैसों का लेनदेन हुआ है या नहीं, इस बात की भी जांच की जा रही है। लेकिन इस एंगल से जांच अभी पूरी नहीं हुई है क्योंकि शिकायतकर्ता ने अपना जवाब ही बदल दिया है।
बता दें कि आर्यन को पिछले साल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक क्रूज जहाज पर छापेमारी के बाद ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था। आर्यन खान को पिछले साल दो अक्टूबर को क्रूज पर छापेमारी के दौरान पकड़ा गया था और 22 दिन जेल में बिताने के बाद उन्हें जमानत मिली थी। एनसीबी ने आर्यन खान समेत छह मुख्य आरोपियों के खिलाफ मादक पदार्थ रखने के आरोप वापस ले लिए थे। एनसीबी ने आर्यन खान को मामले में क्लीन चिट दे दी थी। एनसीबी ने मुंबई की एक अदालत में 14 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया, जिसमें आर्यन खान का नाम शामिल नहीं था।
मामले की जांच में शामिल समीर वानखेड़े सहित एनसीबी के कुछ अधिकारियों का चेन्नई तबादला कर दिया गया था। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई क्षेत्र के पूर्व प्रमुख वानखेड़े को राजस्व खुफिया निदेशालय से डीजी टीएस, चेन्नई में स्थानांतरित कर दिया गया। जिन अन्य एनसीबी अधिकारियों का तबादला किया गया, उनमें पी. राम मोहन और टी. राजश्री शामिल हैं।