रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह को स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ टिप्पणी करना पड़ा भारी, सपा ने दिखाया बाहर का रास्ता
समाजवादी पार्टी प्रवक्ता डॉ रोली तिवारी मिश्रा को स्वामी प्रसाद मौर्य, रामचरितमानस और महंत राजूदास मामले को लेकर टिप्पणी करना भारी पड़ गया. सपा ने रोली मिश्रा के साथ ऋचा सिंह को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
रामचरित मानस विवाद को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ अभद्र टिप्पणी को लेकर को लेकर समाजवादी पार्टी बड़ा एक्शन लिया। पार्टी के दो बड़े नेता रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसकी जानकारी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर दी है।
वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी के निर्देशानुसार सभी कार्यकर्ताओं, पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों तथा टी.वी. पैनलिस्ट को यह बात ध्यान में रखना चाहिए कि समाजवादी पार्टी डा0 लोहिया के आदर्शों से प्रेरणा लेकर लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद में आस्था रखती है।
समाजवादी पार्टी लोहिया जी की सप्तक्रांति और लोकनायक जयप्रकाश जी की सम्पूर्ण क्रान्ति तथा सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है। जातीय जनगणना की मांग भी हम निरंतर करते रहे हैं।
चौधरी ने कहा है कि वर्तमान शासन काल में महंगाई चरम पर है। बेरोजगारी की दर बढ़ती जा रही है। भ्रष्टाचार बेलगाम है। किसान, नौजवान सहित समाज का हर वर्ग परेशान है। महिलाओं-बच्चियों को अपमानजनक हालात से गुजरना पड़ रहा है पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिति व्याप्त है।
समाजवादी पार्टी का उद्देश्य जनसामान्य को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर पार्टी की नीति और कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाना है। सत्तारूढ़ दल लगातार बुनियादी मुद्दां से भटकाने का काम करता है। हमें उनके बहकावे में नहीं आना है। इसलिए सभी को साम्प्रदायिक मुद्दों पर बहस से परहेज करना चाहिए। हमें राजनीतिक चर्चा और बुनियादी सवालों पर ही अपना पूरा ध्यान रखना है। धार्मिक मुद्दा संवेदनशील मुद्दा है। हमें अनायास उससे सम्बन्धित बहसों में नहीं उलझना चाहिए।