विधान भवन पर धरना का ऐलान करने वाले सपा विधायकों को किया नजरबंद, रविदास बोले- हमारी आवाज दबाई जा रही है
समाजवादी पार्टी की ओर से विधानभवन में धरना देने का एलान करने के बाद सपा विधायकों को नजरबंद किया जा रहा है। उनके आवास पर सुबह से ही पुलिस फोर्स लगा दी गई है।
समाजवादी पार्टी की ओर से विधानभवन में धरना देने का एलान करने के बाद सपा विधायकों को नजरबंद किया जा रहा है। उनके आवास पर सुबह से ही पुलिस फोर्स लगा दी गई है। विधायक रविदास मल्होत्रा ने बताया कि सुबह 5.00 बजे ही उनके आवास पर पुलिस आ गई। उन्हें मॉर्निंग वॉक पर भी नहीं जाने दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट कर विधायकों के आवास पर पुलिस फोर्स लगाए जाने की घटना की निंदा की है।
बता दे इससे पहले, विधानसभा में सपा के सचेतक व पूर्व मंत्री मनोज पांडेय ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने बताया कि बुधवार को धरने का नेतृत्व वह खुद करेंगे। 15 सितंबर को सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, 16 सितंबर को पार्टी के वरिष्ठ नेता अवधेश प्रसाद व इन्द्रजीत सरोज, 17 सितंबर को पूर्व मंत्री राम अचल राजभर करेंगे। 18 को धरने का नेतृत्व पूर्व नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी तथा पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह करेंगे।
इस आंदोलन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी एक दिन धरने पर बैठेंगे। सपा खराब कानून-व्यवस्था, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, विपक्षी दलों खासकर समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी और झूठे मुकदमे दर्ज कराने जैसे मुद्दों के विरोध में धरना प्रदर्शन करने जा रही है।
इधर सपा विधायक रविदास मल्होत्रा ने कहा कि सपा ने विधानभवन में धरना करने की घोषणा की थी पर सरकार हमारी आवाज को दबाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रही है। पुलिसकर्मी बीती रात से ही मेरे घर के बाहर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें मीडिया से बात करने से भी रोका गया। उधर, धरना के लिए विधानभवन पहुंचे सपा विधायकों को वापस कर दिया गया है और धरनास्थल चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास पुलिसकर्मी तैनात हैं।