संजय राउत आधी रात में गिरफ्तार, मुख्यमंत्री शिंदे का बड़ा बयान, जानिए पूरा घटनाक्रम
पात्रा चॉल लैंड स्कैम मामले में संजय राउत पर कानूनी शिकंजा कसा है. करीब 18 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद शिवसेना नेता संजय राउत को रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भले ही शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और सामना के संपादक संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगा.
ईडी के अधिकारी सीआईएसएफ के कर्मियों के साथ रविवार सुबह 7 बजे राउत के भांडुप उपनगर स्थित आवास 'मैत्री' पहुंचे और छापेमारी शुरू की. इससे पहले, ईडी ने राउत के खिलाफ कई समन जारी किए थे, उन्हें 27 जुलाई को भी तलब किया गया था. राउत को मुंबई के एक चॉल के पुनर्विकास और उनकी पत्नी और अन्य सहयोगियों की संलिप्तता वाले लेन-देन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनीलॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने तलब किया था. 7 बजकर 15 मिनट पर पूछताछ शुरु हुई और शाम 4 बजकर 40 मिनट पर संजय राउत हिरासत में लिए गए. उनसे 17 घंटे और 40 मिनट तक पूछताछ हुई. देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया गया.
पात्रा चॉल लैंड स्कैम मामले में संजय राउत पर कानूनी शिकंजा कसा है. करीब 18 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद शिवसेना नेता संजय राउत को रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. रविवार सुबह सात बजे से रात करीब 12 बजे तक पूछताछ हुई. संजय राउत को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. गिरफ्तारी के बाद आज सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर ईडी कोर्ट में पेश किया जाएगा. जैसे ही संजय राउत की गिरफ्तारी हुई, ED दफ्तर के बाहर शिवसेना के कार्यकर्ता इकट्ठे हो गए और जमकर नारेबाजी की. ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार है. उन्हें उनके घर से बलार्ड एस्टेट इलाके में स्थित ईडी ऑफिस लाया गया है. संजय राउत के घर से ईडी को 11.5 लाख रुपए मिले हैं.
संजय राउत इस मामले में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए एक जुलाई को मुंबई में एजेंसी के सामने पेश हुए थे. इसके बाद एजेंसी ने उन्हें दो बार तलब किया था, लेकिन मौजूद संसद सत्र में व्यस्त रहने का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए. इस बीच, राज्यसभा सदस्य राउत ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए निशाना बनाया जा रहा है. ईडी की छापेमारी के दौरान राउत के आवास के बाहर बड़ी संख्या में शिवसेना के समर्थक एकत्र हो गये और एजेंसी की कार्रवाई का विरोध किया.
साल 2007 में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को (जो HDIL की सिस्टर कंपनी है) पात्रा चाल का विकास करने का काम महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी की तरफ से दिया गया था. गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को वहां रहने वाले 672 फ्लैट बनाकर देना है और करीब 3000 फ्लैट म्हाड़ा को देना था. यह लैंड 47 एकड़ का था, जहां पर वहां रहने वाले और म्हाड़ा को घर बनाकर देने के बाद बाकी बची जमीन पर वो घर बनाकर खुद बेच सकते हैं लेकिन आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने वहां किसी भी तरह का विकास नहीं किया और न ही म्हाड़ा को फ्लैट दिया. बल्कि उसने पूरी जमीन और FSI 8 बिल्डर को 1034 करोड़ रुपये में बेच दिया.
शिवसेना नेता संजय राउत को जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तारी कर लिया है. वहीं उनकी गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भले ही शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और सामना के संपादक संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि भले ही संजय राउत ने बार-बार हमारी और हमारे साथ के 50 विधायकों की आलोचना की हो, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे. इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने स्पष्ट किया है कि हम उनकी आलोचना का जवाब अपने काम के जरिए देंगे.