रूस यूक्रेन युद्ध का दूसरा दिन 137 लोग मारे जा चुके हैं 169 घायल, 30 रूसी टैंक तबाह करने का दावा

रूस यूक्रेन युद्ध का दूसरा दिन 137 लोग मारे जा चुके हैं 169 घायल, 30 रूसी टैंक तबाह करने का दावा

व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के ख़िलाफ़ सैन्य अभियान को सही ठहराते हुए कहा कि रूस की सुरक्षा के लिए उनके पास कोई और विकल्प नहीं था।  जो बाइडन ने कहा है कि पुतिन के फ़ैसले की क़ीमत रूस को चुकानी होगी। पूर्वी यूरोप में लंबे तनाव के बाद रूस और यूक्रेन के बीच जंग की शुरूआत हो चुकी है। रूस ने आसमान और जमीन दोनों तरफ से यूक्रेन पर अटैक कर दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी रूसी हमले का मुकाबला करने के लिए पूरी सेना उतार दी है। जेलेंस्की ने बताया कि कीव में घुसे रूसियों का पहला टारगेट मैं ही हूं।
यूक्रेन की राजधानी कीएफ़ में कई धमाकों की ख़बरें आ रही हैं. सीएनएन की टीम ने कहा है कि शुक्रवार तड़के मध्य कीएफ़ में दो बड़े धमाके सुने गए हैं और तीसरा ज़ोरदार धमाका राजधानी से अलग हुआ है। 

पूर्व गृह उपमंत्री एंटोन हराशचेनको ने यूक्रेन की न्यूज़ एजेंसी से धमाके सुनने बात कही है।  उन्होंने कहा है कि क्रूज़ या बैलेस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल हुआ है।  इस पर यूक्रेन की सेना ने अभी कुछ नहीं कहा है। रूसी सेना से मुकाबले के लिए यूक्रेन सरकार की तरफ से नागरिकों को 10 हजार राइफल दी गई है। यूक्रेन की राजधानी कीव में अभी भी धमाके जारी है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के राजधानी कीव में आज सुबह 3 बड़े धमाके हुए हैं। रूसी हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं 169 घायल हैं। अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन पर रूस की तरफ से कुल 203 हमले किए गए जिनमें 160 हमले मिसाइलों से और 83 लैंड बेस्ड टारगेट हिट किए।

क्रेमलिन का कहना है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया। क्रेमलिन के मुताबिक, मैक्रों और पुतिन में यूक्रेन मसले को लेकर गंभीर चर्चा हुई, रूसी राष्ट्रपति ने फ्रांस को हमले की वजह और हालातों के बारे में बताया। बीते दिन पुतिन ने भारत, पाकिस्तान, ईरान और फ्रांस के राष्ट्राध्यक्षों से बात की। रूस की आक्रामक कार्रवाई के बाद अमेरिका ने वाशिंगटन में रूसी एम्बेसी में तैनात हाई लेबल डिप्लोमैट अपने देश से निकाल दिया है। हालांकि, फॉरेन डिपार्टेमेंट के एक सीनियर ऑफिसर ने न्यूयॉक टाइम्स को बताया कि डिप्लोमैट को यूक्रेन हमले के वजह से बाहर नहीं निकाला गया है।