उद्धव ठाकरे से छिना शिवसेना का नाम और पार्टी सिंबल तीर-धनुष, शिंदे गुट की बड़ी जीत
महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय से उठापटक जारी है। शिवसेना के नाम और पार्टी के सिंबल पर हक को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच पिछले कुछ समय से तनातनी चल रही थी। इसी बीच चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। EC के इस फैसले के बाद शिवसेना का नाम और पार्टी का निशान उद्धव ठाकरे से छिन गया है। चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी का नाम और शिवसेना का प्रतीक तीर कमान सौंप दिया है।
बता दे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शुक्रवार को झटका लगा है। शिवसेना विवाद पर चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुना दिया है। चुनाव आयोग के इस फैसले से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बड़ी राहत मिली है। चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद शिवसेना का नाम और पार्टी का निशान तीर-धनुष उद्धव ठाकरे से छिन गया। आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी का नाम और निशान तीर कमान सौंप दिया है।
चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि इसकी स्क्रिप्ट पहले से ही तैयार थी। देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है. जबकि कहा गया था कि नतीजा हमारे पक्ष में होगा। लेकिन अब एक चमत्कार हो गया है।लड़ते रहो. संजय राउत ने कहा कि ऊपर से नीचे तक करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया है। हमें फिक्र करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जनता हमारे साथ है। लेकिन हम जनता के दरबार में नया चिह्न लेकर जाएंगे और फिर से शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे, ये लोकतंत्र की हत्या है।
बता दें कि साल 2022 के जून महीने में एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में तख्तापलट कर दिया था। शिवसेना दो गुटों में बंट गई थी। जिसके बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। इसके बाद एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम बने थे। उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे शिवसेना के नाम और निशान को लेकर आमने सामने आ गए थे। इसके बाद दोनों गुटों ने पार्टी के नाम और प्रतीक पर दावा करते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था। अब चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी का नाम और निशान तीर कमान सौंप दिया है। आयोग के इस फैसले से जहां शिंदे गुट में जश्न का माहौल है, तो वहीं, उद्धव गुट के लिए यह एक बड़ा झटका है।
दरअसल, शिवसेना के नाम और पार्टी के सिंबल को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच पिछले कुछ समय से तनातनी चल रही थी। इसी बीच चुनाव आयोग ने इस विवाद पर बड़ा फैसला ले लिया है। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया कि शिवसेना पार्टी का नाम, 'धनुष और तीर' चिह्न एकनाथ शिंदे गुट के पास बरकरार रहेगा। आयोग के इस फैसले से महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है।