दामाद, साले और सास ने मिलकर मांगी 45 लाख की रंगदारी, मामला खुलने पर तीनो को पुलिस ने दबोचा

अमन जानता था कि संजीव डरपोक स्वभाव वाला है, जिसका फायदा उठाने के लिए अमन ने अपनी मां के साथ मिलकर फिरौती की सारी पटकथा लिखी। मां ने जाली दस्तावेजों पर सिम लिया। इसे बाद कॉलिंग की जिम्मेदारी जस्सा को सौंपी। अगर आरोपियों का प्लान सफल होता तो अमन उसकी मां और जमाई को 20 लाख, जबकि जस्सा को 25 लाख रुपये मिलने थे जो डील में तय हुआ था।

दामाद, साले और सास ने मिलकर मांगी 45 लाख की रंगदारी, मामला खुलने पर तीनो को पुलिस ने दबोचा

पंजाब के जालंधर देहात की क्राइम ब्रांच ने व्यापारी टिम्मी चावला जैसा हश्र करने की धमकी देकर नकोदर के ज्वेलर से 45 लाख की रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इनका चौथा साथी फरार है। पकड़े गए तीन आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। ज्वेलर से 45 लाख की फिरौती मांगने वाले आरोपियों ने धमकी दी थी कि रुपये न देने पर सुनार समेत उसके सारे परिवार को जान से मार देंगे। 

पुलिस अधीक्षक सरबजीत सिंह बाहिया ने सोमवार को बताया कि एक जनवरी को उप-निरीक्षक पुष्प बाली प्रभारी अपराध शाखा जिला जालंधर ग्रामीण को खुफिया सूत्र से सूचना मिली कि राहुल कुमार उर्फ अमन निवासी आवा मोहल्ला नकोदर, सुखविंदर कौर पत्नी मेजर लाल निवासी आवा मोहल्ला, सिमरनजीत सिंह उर्फ ​​सन्नी निवासी मोहल्ला मल्लिया जीरा जिला फिरोजपुर, जसकीरत सिंह उर्फ ​​जसकरन सिंह मोहल्ला ढेरिया थाना शाहकोट और कुछ अन्य लोगों ने गिरोह बना लिया है, जो नकोदर में किसी घटना को अंजाम देने के लिए शहर में घूम रहे हैं।

पुलिस के अनुसार पूछताछ के बाद पुलिस गिरोह के तीसरे आरोपी और सुखविंदर कौर के दामाद सिमरनजीत सिंह उर्फ सन्नी निवासी मोहल्ला मल्लियां फिरोजपुर, तक पहुंची। अभी चौथा आरोपी जसकीरत सिंह उर्फ जसकरन उर्फ जस्सा निवासी मोहल्ला ढेरियां शाहकोट, जालंधर फरार है। आरोपी फर्जी नाम से लिए गए सिम से और एक विदेशी नंबर से नकोदर के ज्वेलर संजीव को फोन करते थे। 

आरोपी फोन करके संजीव को धमकाते थे कि वह टिम्मी चावला का हाल देख लें क्या हुआ। अगर पैसे न दिए तो उनका भी वही हश्र करेंगे। एसपी सरबजीत सिंह बाहिया ने कहा कि हालांकि इस गिरोह का टिम्मी चावला को मारने वाले गिरोह से कोई संबंध नहीं है। फिरौती मांगने की पूरी कहानी अमन ने गढ़ी थी जो नकोदर में एक सैलून में काम करता है। जिस बिल्डिंग में सैलून है, वह संजीव की है। इसके अलावा शहर में और भी संजीव की इमारतें हैं, जिनसे उन्हें मोटा किराया आता है। इसकी जानकारी अमन को थी। 

दरअसल नकोदर शहर में टिम्मी चावला रंगदारी हत्याकांड के बाद कई लोगों में डर का माहौल था, जिससे प्रभावित होकर उसने फिरौती की मांग का पूरा प्लान अपनी मां सुखविंदर कौर को बताया और उसकी मां भी इससे सहमत हो गई। सिमरनजीत सिंह से परामर्श किया जो उनके साथ इस काम को करने के लिए तैयार हो गया। राहुल कुमार की मां सुखविंदर कौर ने भी अपने दोस्त जसकीरत सिंह को इस काम में शामिल कर लिया।

अमन जानता था कि संजीव डरपोक स्वभाव वाला है, जिसका फायदा उठाने के लिए अमन ने अपनी मां के साथ मिलकर फिरौती की सारी पटकथा लिखी। मां ने जाली दस्तावेजों पर सिम लिया। इसे बाद कॉलिंग की जिम्मेदारी जस्सा को सौंपी। अगर आरोपियों का प्लान सफल होता तो अमन उसकी मां और जमाई को 20 लाख, जबकि जस्सा को 25 लाख रुपये मिलने थे जो डील में तय हुआ था। जस्सा पुलिस गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तलाश जारी है।