माफ़ीवीरों की औलादों, तोड़ न पाओगे- लालू की बेटी का BJP पर हमला, CBI ने भ्रष्‍टाचार मामले की जांच फिर शुरू की

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में पुन: जांच शुरू कर दी है. यह मामला रेलवे परियोजनाओं में भ्रष्टाचार का है. लालू यादव यूपीए-1 सरकार में यह पोर्टफोलियो संभाल रहे थे. रोहिणी आचार्य ने ट्वीट करते हुए लिखा," माफ़ीवीरों के औलादों ना तोड़ पाओगे लालू जी का आत्मविश्वास, क्योंकि जनता-जनार्दन का आशीर्वाद है लालू जी के साथ".

माफ़ीवीरों की औलादों, तोड़ न पाओगे- लालू की बेटी का BJP पर हमला, CBI ने भ्रष्‍टाचार मामले की जांच फिर शुरू की

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के खिलाफ सीबीआई ने फिर से रेलवे प्रोजेक्ट से जुड़े मामले में जांच शुरू कर दी है. जिस पर लालू के परिवार की तीखी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. अब लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर एजेंसियों के दुरुपयोग का मामला उठाया है. रोहिणी आचार्य ने ट्वीट करते हुए लिखा," माफ़ीवीरों के औलादों ना तोड़ पाओगे लालू जी का आत्मविश्वास, क्योंकि जनता-जनार्दन का आशीर्वाद है लालू जी के साथ".

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में पुन: जांच शुरू कर दी है. यह मामला रेलवे परियोजनाओं में भ्रष्टाचार का है. लालू यादव यूपीए-1 सरकार में यह पोर्टफोलियो संभाल रहे थे. आरोप है कि तभी भ्रष्टाचार हुआ. इस मामले में सीबीआई ने 2018 में जांच शुरू की थी. मई 2021 में जांच बंद कर दी गई थी. यही मामला अब फिर खुला है.

भारतीय रेलवे की परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू होने पर लालू पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. इससे पहले उन्‍हें अन्‍य मामलों में सजा हो चुकी है और वह लंबे समय तक जेल में भी रहे. हाल में उनकी एक गंभीर बीमार का इलाज भी किया गया था, जिसमें उनकी बेटी ने किडनी डोनेट की थी. लालू का नाम चारा घोटाले में बतौर मुख्‍य आरोपी रहा. उसके अलावा जब वह यूपीए-1 सरकार में रेलवे परियोजनाओं के पोर्टफोलियो संभाल रहे थे, तो भी उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे.

इस मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि सीबीआई ने पहले भी इस मामले की जांच की है. मेरा और लालू जी का जीवन बिल्कुल एक खुली किताब की तरह है. एक बार क्या 10 बार जांच कर ले लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है. हम लोगों ने कई बार इस मुद्दे पर स्टेटमेंट रिकॉर्ड करवाया है. ई़डी, सीबीआई सबके सवालों का जवाब मैंने दे दिया है.

बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन ने राजद के संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद के खिलाफ फिर से भ्रष्टाचार का मामला खोले जाने की खबरों पर सोमवार को आक्रोश जताया. केन्द्रीय एजेंसी जिस पर भाजपा का विरोध करने वाली पार्टियां अक्सर आरोप लगाती रही है कि केंद्र में शासन करने वाली भगवा पार्टी के हाथों में एक राजनीतिक उपकरण बन गई है, ने प्रसाद के खिलाफ एक ऐसे मामले की जांच फिर से शुरू कर दी है जिसे उसने पिछले साल बंद कर दिया था.

बिहार के पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता विजय प्रकाश ने उच्चतम न्यायालय की ‘‘पिंजरे में तोते'' वाली टिप्पणी को याद किया जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सत्ता में थी, जिसमें ‘‘केंद्र में सरकार'' द्वारा एजेंसी का ‘‘दुरुपयोग'' करने का आरोप लगाया गया था.