दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके, जम्मू-कश्मीर में भी हिली धरती, रिक्टर स्केल पर 5.9 रही तीव्रता
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि शाम 7:55 बजे 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद के 79 किमी दक्षिण में था और इसकी गहराई जमीन से 70.66 किमी नीचे थी। भूकंप के झटके पाकिस्तान के लाहौर और आसपास के इलाके में भी महसूस किया गया।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप का झटका महसूस किया गया है। कश्मीर में शाम करीब 7:59 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में हिंदू कुश क्षेत्र में रहा है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि शाम 7:55 बजे 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद के 79 किमी दक्षिण में था और इसकी गहराई जमीन से 70.66 किमी नीचे थी। भूकंप के झटके पाकिस्तान के लाहौर और आसपास के इलाके में भी महसूस किया गया।
दिल्ली-एनसीआर भूकंप के लिहाज से संवेदनशील इलाके में आता है। वहां पर अगर ज्यादा तीव्रता का भूकंप आएगा तो बड़े स्तर पर तबाही मचेगी, नुकसान की कल्पना करना भी कठिन है। पूरे देश को भारतीय मानक ब्यूरो ने पांच भूकंप जोन में बांटा है।
नए साल के पहले दिन भी देश में अलग-अलग समय पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। एक जनवरी को देर रात 11:28 बजे मेघालय के नोंगपोह में रिक्टर स्केल पर 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था।
बताते चलें कि दिल्ली-एनसीआर भूकंप के लिहाज से संवेदनशील इलाके में आता है । वहां पर अगर ज्यादा तीव्रता का भूकंप आएगा तो बड़े स्तर पर तबाही मचेगी। नुकसान की कल्पना करना भी मुश्किल है। इसी वजह से अब जब फिर दिल्ली-एनसीआर में धरती इतनी तेज हिली है, लोग खौफजदा हो गए हैं।
देश का 59 फीसदी हिस्सा भूकंप रिस्क जोन में है। पांचवें जोन को सबसे ज्यादा खतरनाक और सक्रिय माना जाता है। इस जोन में आने वाले राज्यों और इलाकों में तबाही की आशंका सबसे ज्यादा बनी रहती है। इस जोन में जम्मू और कश्मीर का हिस्सा (कश्मीर घाटी), हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी हिस्सा, गुजरात में कच्छ का रण, उत्तरी बिहार का हिस्सा, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं।