हैरान है पूरा बॉलीवुड, किसी ने नहीं सोचा था- परिणीति चोपड़ा के साथ हुआ बहुत बुरा
कोरोना से पहले जिस तरह से नायिका प्रधान फिल्में चल रही थीं, कोरोना के बाद ठीक उल्टा हो रहा है. उनकी सफलता का ग्राफ लगातार नीचे आ रहा है. परंतु बीते शुक्रवार के वीकेंड का जो नतीजा आया है, वह एकदम निचले स्तर पर है. यशराज फिल्म्स जैसे बैनर से उनकी शुरुआत हुई और पहली छह में से पांच फिल्में वहां से आईं. लेकिन इसके बाद जैसे ही यशराज का साथ छूटा और प्रियंका ने बॉलीवुड को अलविदा कहा, परिणीति का करियर उतार पर आ गया.
बड़े प्रोडक्शन हाउस से शुरुआत और प्रियंका चोपड़ा जैसी रसूखदार बहन के मार्गदर्शन में परिणीति चोपड़ा का करियर रफ्तार पकड़ रहा था.परिणीति चोपड़ा, प्रियंका चोपड़ा जैसी बड़ी स्टार की बहन हैं. उन्हें इसका खूब फायदा मिला. फिर यशराज फिल्म्स जैसे बैनर से उनकी शुरुआत हुई और पहली छह में से पांच फिल्में वहां से आईं. शुरुआती दो-तीन फिल्मों में उन्हें बैनर का लाभ और कामयाबी मिली. लेकिन इसके बाद जैसे ही यशराज का साथ छूटा और प्रियंका ने बॉलीवुड को अलविदा कहा, परिणीति का करियर उतार पर आ गया.
बता दे बीते शुक्रवार को रिलीज हुई कोड नेमः तिरंगा के नतीजे ने बॉलीवुड को बहुत बड़ा झटका दिया है. कोरोना से पहले जिस तरह से नायिका प्रधान फिल्में चल रही थीं, कोरोना के बाद ठीक उल्टा हो रहा है. उनकी सफलता का ग्राफ लगातार नीचे आ रहा है. परंतु बीते शुक्रवार के वीकेंड का जो नतीजा आया है, वह एकदम निचले स्तर पर है. पहले दिन मात्र 25 लाख, दूसरे दिन 35 लाख और रविवार को करीब 40 लाख. कुल जमा एक करोड़ रुपये का टिकट खिड़की पर कलेक्शन हुआ, जो कभी ए लिस्ट एक्ट्रेस की दावेदार परिणीति चोपड़ा के लिए किसी बुरे सपने की तरह है.
कोरोना संक्रमण काल में अभिनेता आमिर खान के अपनी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग के लिए तुर्की में लोकेशन देखने जाने पर ट्रोल होने का मामला अब भी लोग भूले नहीं हैं. लेकिन, आपको ये जानकर हैरानी हो सकती है कि तकरीबन उसी समय तुर्की में ही एक और हिंदी फिल्म की शूटिंग के लिए न सिर्फ लोकेशन देखी गई बल्कि पूरी फिल्म ही वहां शूट कर ली गई. यह फिल्म थी परिणीति चोपड़ा और मशहूर पंजाबी गायक हार्डी संधू की फिल्म 'कोड नेम तिरंगा'.
वास्तव में कोड नेमः तिरंगा से साफ हो गया कि परिणीति सोले एक्टर के तौर फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर नहीं ले जा सकतीं और जब तक केसरी फिल्म वाले अक्षय कुमार जैसा स्टार उनके साथ न हो, उनके करियर का उठना मुश्किल है. कोड नेमः तिरंगा से पहले परिणीति के कंधे पर इंडिया की चैंपियन शटलर साइना नेहवाल की बायोपिक साइना का भी भार था. परिणीति फिल्म में साइना बनी थीं लेकिन फिल्म धूल में मिल गई. 26 करोड़ के बजट वाली फिल्म ने दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर बमुश्किल तीन करोड़ रुपये कमाए थे. अब कोड नेमः तिरंगा में स्थिति और भी खराब है. निर्माताओं ने इस फिल्म के लिए टिकट रेट भी कम रखे थे, उसके बावजूद लोग देखने नहीं गए. ट्रेड के जानकारों का मानना है कि कोड नेमः तिरंगा का लाइफ टाइम बिजनेस साइना से भी कम डेढ़ करोड़ रुपये के ही आसापास रहेगा. परिणीति के करियर के लिए यह बहुत बड़ा झटका है.
यह फिल्म इसके निर्देशक रिभु दासगुप्ता के लिए भी लाल निशान से कम नहीं है. उन्होंने हिंदी में सबसे पहले अमिताभ बच्चन और नवाजुद्दीन सिद्दिकी के साथ तीन बनाई थी, जो फ्लॉप रही. इसके बाद उन्होंने शाहरुख खान की रेडचिलीज के लिए नेटफ्लिक्स के वास्ते बार्ड ऑफ ब्लड जैसी फ्लॉप वेबसीरीज बनाई. नेटफ्लिक्स पर ही परिणीति स्टारर उनकी रीमेक द गर्ल ऑन द ट्रेन को न दर्शकों ने पसंद किया और न समीक्षकों ने. अब अंत में उनकी कोड नेमः तिरंगा की बॉक्स ऑफिस पर यह दुर्गति. फिल्म के निर्माताओं रिलायंस एंटरटेनमेंट के लिए भी यह महीने भर के अंदर दूसरा बड़ा झटका है. इससे पहले उनकी बड़ी फिल्म विक्रम वेधा भी बॉक्स ऑफिस पर अपनी लागत निकालने के लिए लड़खड़ाती रही.