तब चर्चा जबरदस्त हुई थी, अखिलेश को लेकर PM मोदी के कान में मुलायम सिंह यादव ने क्या कहा था, अखिलेश ने किया था ये दावा
मुलायम सिंह की कई कहानियां और राजनीति किस्से एक बार फिर लोगों के जहन में ताजा हो गए हैं. इन्हीं किस्सों में से एक किस्सा है, उस वक्त का जब यूपी में अपनी सत्ता गंवाने के बाद मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कान में कुछ कहा था.
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है. मुलायम सिंह की कई कहानियां और राजनीति किस्से एक बार फिर लोगों के जहन में ताजा हो गए हैं. इन्हीं किस्सों में से एक किस्सा है, उस वक्त का जब यूपी में अपनी सत्ता गंवाने के बाद मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कान में कुछ कहा था.
याद दिला दें 2017 में योगी के शपथग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह को भी आमंत्रित किया गया था. योगी आदित्यनाथ के शपथ समारोह में मुलायम सिंह यादव और नरेंद्र मोदी एक-दूसरे से कानाफूसी करते हुए नज़र आए थे. मुलायम सिंह के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कान में कुछ कहते दिखने की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रही थी.
2012 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी और मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी. 2017 में सपा को भारतीय जनता पार्टी के हाथों बुरी हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद बीजेपी सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ, जिसमें मुलायम सिंह यादव भी पहुंचे थे .
यही नहीं उसके बाद मुलायम ने अपने बेटे अखिलेश यादव को भी नरेंद्र मोदी से मिलवाया। सबके मन में यह सवाल आ रहा था कि मुलायम ने मोदी के कान में क्या कहा था। तब से लेकर अबतक इस बात के लिए बस कयास ही लगाए जा रहे थे. उस समय एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि उसको किसी सीनियर नेता ने दोनों शीर्ष नेताओं के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया है. अखबार की खबर का दावा है कि मुलायम ने पहले मोदी के कान में कहा था, ‘थोड़ा अखिलेश का ख्याल रखिए।’
इसके बाद वह अखिलेश को मोदी के पास लेकर आए थे. फिर उन्होंने दोनों का हाथ मिलवाकर कहा, ‘इनको सिखाइए।’ इसपर मोदी ने भी सहमति देते हुए अपना सिर हिला दिया था. जिसके बाद पीएम मोदी ने अखिलेश यादव के कंधे पर हाथ रख दिया था. इतना ही नहीं उन्होंने अखिलेश की पीठ भी थपथपाई थी.
हालांकि, अखिलेश यादव ने टेलीग्राफ की रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया था और एक कार्यक्रम के दौरान बातचीत का राज खोला था. एक समाचार चैनल के इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने कहा था, 'मैं बता तो दूं कि पिताजी ने क्या कहा था लेकिन आप यकीन नहीं करेंगे.' फिर अखिलेश यादव ने बताया था 'मुलायम सिंह ने मोदी के कान में कहा था कि वो मेरा बेटा है, उससे बचकर रहना.' इस पर लोग हैरान हो गए तो अखिलेश ने कहा था, 'मैंने तो पहले ही कहा था कि आप आप यकीन नहीं करेंगे.'
खैर न तो कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुले मंच से उस दिन की बातचीत के बारे में किसी को बताया और न ही मुलायम सिंह यादव ने. . राजनीतिक अदावत के बाद भी मुलायम सिंह यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्ते काफी अच्छे रहे. पीएम नरेंद्र मोदी एक शादी में शामिल होने के लिए सैफई भी आए थे.
अब मुलायम सिंह यादव के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे. उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. पीएम मोदी ने आगे लिखा, 'मुलायम सिंह यादव जी ने यूपी और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई. वह आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए एक प्रमुख सैनिक थे.'