डरा रही है यह भीषण गर्मी, लेकिन यहां है बारिश के आसार, डॉक्टर्स ने दी ये सलाह
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि कम से कम अगले 5 दिनों तक भीषण गर्मी जारी रहेगी. राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के कुछ स्थानों पर आज तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. इस भयानक गर्मी को लेकर पर्यावरण विशेषज्ञों ने गहरी चिंता जताई है. वहीं डॉक्टर्स ने भी लोगों से गर्मी में जरूरी एहतियात बरतने को कहा है.
अप्रैल से जुलाई के बीच गर्मी का मौसम रहता है. उत्तर भारत कई राज्यों में तो लोग इस वक्त भयंकर लू का सामना भी करते हैं. दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में दिन के वक्त तापमान काफी ज्यादा हो जाता है. इनमें से कई जगहों पर तो पारा 50 के पार तक चला जाता है. इस समय भारत के कई हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं और मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि कम से कम अगले 5 दिनों तक भीषण गर्मी जारी रहेगी. राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के कुछ स्थानों पर आज तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. इस भयानक गर्मी को लेकर पर्यावरण विशेषज्ञों ने गहरी चिंता जताई है. वहीं डॉक्टर्स ने भी लोगों से गर्मी में जरूरी एहतियात बरतने को कहा है.
भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी यूपी, राजस्थान में अगले 3 दिनों तक भीषण गर्मी पड़ने की आशंका जताई है. पश्चिमी राजस्थान में 1 मई के लिए सिल्वर अलर्ट जारी किया गया है. विदर्भ, मध्य प्रदेश में अगले 4 दिनों तक लू चलने के आसार हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड में भी 1 मई तक गर्मी से राहत नहीं मिलेगी. बिहार, ओडिशा, उप हिमालयी बंगाल, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र में भी सूरज की तपिश लोगों को पसीने-पसीने करेगी. विभाग का अनुमान है कि देश के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय हो रहा है, जिसके कारण 1 मई से मौसम बदलेगा. पश्चिमी हिमालयी इलाकों में 2 से 4 मई तक बारिश हो सकती है. उत्तर-पश्चिम इलाकों के मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं बारिश की संभावना है. दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान में 2 और 3 मई को धूल भरी आंधी चल सकती है. IMD ने बताया कि साउथ अंडमान में चक्रवाती हवाओं की वजह से 4 मई को कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसकी वजह से 50 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाएं चलेंगी, बारिश होगी. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे समुद्र में न जाएं.
जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञ का कहना है कि भीषण गर्मी की लहर की अवधि उच्च तापमान की तुलना में अधिक चिंताजनक है. बर्कले अर्थ के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. रॉबर्ट रोहडे ने कहा कि, भारत और पाकिस्तान में हीटवेव पिछले 6 सप्ताह बार-बार ऐतिहासिक आंकड़ों चुनौती दे रहे हैं और दुनिया के इस हिस्से में भीषण गर्मी पड़ रही है. डॉक्टर्स ने कहा कि हीटवेव से पैदा हुई स्वास्थ्य समस्याएं अब कोविड-19 की अपेक्षित चौथी लहर की तुलना में बड़ी चिंता पैदा कर रही है. देशभर के विभिन्न अस्पतालों में हीटस्ट्रोक या गर्मी से संबंधित होने वाली बीमारियों से जुड़े मरीज देखने को मिल रहे हैं. वहीं मौसम विभाग ने गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से सावधानी बरतने को कहा है. इसके लिए हल्के, हल्के रंग के कपड़े, सूती कपड़े पहनने और सिर को कपड़े, टोपी या छतरी से ढकने की सलाह दी है.