डोनाल्ड ट्रंप को धमकी: ईरान का दावा- अमेरिका के Ex President को मारने के लिए बनाई क्रूज मिसाइल
2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के तत्कालीन सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इसके जवाबी कार्रवाई में ईरान ने अमेरिकी सेना पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था। रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स एयरोस्पेस फोर्स के प्रमुख अमीराली हाजीज़ादेह ने भी ईरान के एक शीर्ष ईरानी कमांडर की अमेरिकी हत्या का बदला लेने के लिए ईरान की बार-बार की धमकी के बारे में बात करते हुए कहा, “हम पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड को मारना चाहते हैं।”
ईरान से बड़ी खबर आ रही है। यहां ईरान के टॉप कमांडर ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जान से मारने की धमकी दी है। इसके लिए 1650 किलोमीटर दूर तक वार करने की क्षमता रखने वाली एक क्रूज मिसाइल तैयार करने का भी दावा किया है। शुक्रवार को ईरान के टॉप कमांडर अमीराली हाजीजादेह ने ट्रम्प को मारने की धमकी देते हुए कहा कि जल्द ही वो अपने कमांडर की हत्या का बदला लेंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ईरान की इस धमकी ने पश्चिमी देशों और अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है।
बता दें कि 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के तत्कालीन सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इसके जवाबी कार्रवाई में ईरान ने अमेरिकी सेना पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था। रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स एयरोस्पेस फोर्स के प्रमुख अमीराली हाजीज़ादेह ने भी ईरान के एक शीर्ष ईरानी कमांडर की अमेरिकी हत्या का बदला लेने के लिए ईरान की बार-बार की धमकी के बारे में बात करते हुए कहा, “हम पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड को मारना चाहते हैं।”
हाजीजादेह ने स्टेट टीवी को बताया, 1,650 किमी की रेंज वाली हमारी क्रूज मिसाइल को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के मिसाइल शस्त्रागार में जोड़ा गया है। हाजीजादेह ने कहा कि ईरान ने “गरीब सैनिकों” को मारने का इरादा नहीं किया था, जब अमेरिका ने बगदाद में 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सोलेमानी को मारा तो इसके कुछ दिनों बाद इराक में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था।
एक स्टेट टीवी चैनल से बातचीत में अमीराली ने कहा, 'हम उस शख्स को मारने के लिए तैयार हैं, जिसके आदेश पर हमारे कमांडर सुलेमानी की हत्या की गई थी। हम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को नहीं छोड़ेंगे। उन्हें मारना चाहते हैं।'
अमीराली ने आगे कहा, '1650 किलोमीटर की दूरी तक मारक क्षमता रखने वाली क्रूज मिसाइल को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के मिसाइल शस्त्रागार में जोड़ा गया है।' उन्होंने कहा, '2020 में बेकसूर जवानों को मारने का उनका कोई ईरादा नहीं था, लेकिन जब उसने (अमेरिका) बगदाद में ड्रोन हमला किया और हमारे सैन्य कमांडर सुलेमानी की हत्या कर दी तो जवाबी कार्रवाई में हमें उनपर बैलिस्टिक मिसाइल दागना पड़ा।'
ईरान ने कहा है कि उसने यूक्रेन में युद्ध से पहले मास्को को ड्रोन की आपूर्ति की थी। रूस ने बिजली स्टेशनों और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया है। नवंबर में, पेंटागन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका हाजीजादेह के हवाले से रिपोर्ट पर संदेह कर रहा था, जिसमें कहा गया था कि ईरान ने एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल विकसित की है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रमों का विस्तार किया है। तेहरान का कहना है कि यह विस्तार कार्यक्रम विशुद्ध रूप से रक्षात्मक और निवारक प्रकृति है। हालांकि, ईरान के इस कदम से पश्चिमी देशों में हलचल तेज हो गई है।