कल कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का सूतक काल इतने बजे लग जायेगा उससे पहले कर ले ये काम
कार्तिक पूर्णिमा के दिन खग्रास चंद्रग्रहण है। मालूम हो कि जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा क्रमशः एक ही सीध में होते हैं या चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है, तब चंद्रग्रहण लगता है। अबकी बार चन्द्रमा पूर्ण रूप से पृथ्वी की प्रच्छाया से ढका हुआ रहेगा अतः यह खग्रास चंद्रग्रहणहोगा। बता दें कि 8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है।
यह ग्रहण एशिया क्षेत्र, आस्ट्रेलिया, पूर्वोत्तर यूरोप, उत्तरी/दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश क्षेत्रों में दिखाई देगा। इसके आलावा कनाडा,ग्वाटे माला, क्यूबा, ऑस्ट्रेलिया, थाइलैंड, इंडोनेशिया, फिलिपीन्स, जापान, चीन, म्यांमार आदि क्षेत्रों में भी दिखेगा। मेष राशि और भरणी नक्षत्र पर लगने वाला यह ग्रहण ग्रस्तोदित खण्डग्रास रूप में पूरा भारतीय परिक्षेत्र ग्रहणयुक्त रहेगा।
भारतीय समयानुसार इस चंद्रग्रहण का स्पर्श काल 8 नवंबर दोपहर 2 बजकर 39 मिनट पर होगा। इसका मध्य काल दोपहर बाद 3 बजकर 47 मिनट पर होगा और इसका मोक्ष काल शाम 6 बजकर 19 मिनट पर होगा। इस ग्रहण का पर्वकाल 03 घंटे 39 मिनट का होगा।
चंद्र ग्रहण सूतक काल (पंचांग के अनुसार)
चंद्र ग्रहण सूतक-सुबह 09:21 बजे शुरू
सूतक काल समाप्त-शाम 06.18 बजे समाप्त होगा.
सूर्य ग्रहण के दौरान 4 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है और चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले 3 प्रहर के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्योदय से सूर्योदय तक कुल 8 प्रहर होते हैं. इसलिए सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है. इसलिए 08 नवंबर को लग रहे चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 09 बजकर 21 मिनट से लग जाएगा.
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि चंद्र ग्रहण के सूतक काल में भगवान की मूर्तियों को स्पर्श नहीं करना चाहिए. इस दौरान मंदिरों के पट भी बंद कर दिए जाते हैं. भोजन न करें और न बनाएं. अगर भोजन बना हुआ है तो उसमें तुलसी के पत्ते डालकर रखें.गर्भवती महिलाओं को खास ध्यान रखने की जरुरत है.किसी भी तरह के काटने-पीटने का काम न करें. बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ख्याल रखें.