स्मार्ट पुलिसिंग और साइबर क्राइम मैनेजमेंट के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को फिक्की ने नई दिल्ली में किया सम्मानित

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्री ने दिल्ली में आयोजित वार्षिक सम्मेलन में यूपी एसटीएफ को साइबर क्राइम मैनेजमेंट के क्षेत्र में स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड-21 से सम्मानित किया है। इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में भी माफिया तथा गैंगस्टर पर शिकंजा कसने के साथ विभिन्न परीक्षाओं में नकल माफिया को पकड़ने वाली उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्फ फोर्स को बड़ा सम्मान मिला है।

स्मार्ट पुलिसिंग और साइबर क्राइम मैनेजमेंट के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को फिक्की ने नई दिल्ली में किया सम्मानित

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर साइबर अपराधियों पर अंकुश लगाने के अभियान के नतीजे अब नजर आने लगे हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्री ने दिल्ली में आयोजित वार्षिक सम्मेलन में यूपी एसटीएफ को साइबर क्राइम मैनेजमेंट के क्षेत्र में स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड-21 से सम्मानित किया है। इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में भी माफिया तथा गैंगस्टर पर शिकंजा कसने के साथ विभिन्न परीक्षाओं में नकल माफिया को पकड़ने वाली उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्फ फोर्स को बड़ा सम्मान मिला है। नई दिल्ली में फिक्की के सम्मेलन में उत्तर प्रदेश एसटीएफ को स्मार्ट पुलिसिंग के लिए सम्मानित किया गया है।

नई दिल्ली में फिक्की के होमलैंड सिक्योरिटी पर वार्षिक सम्मेलन में उत्तर प्रदेश एसटीएफ के उत्पाद जेएआरवीआइएस-एसआइएएन को फिक्की इंडिया स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के साथ ही डिप्टी एसपी दीपक सिंह को सम्मानित किया गया। फिक्की के कार्यक्रम 'मेकिंग इंडिया ए ग्लोबल हब' में उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ के योगदान को काफी सराहा गया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ रहे साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए यूपी पुलिस को प्रदेश के विभिन्न जिलों में साइबर थाने स्थापित करने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत प्रदेश में संचालित दो साइबर थानों की संख्या में इजाफा करते हुए रेंज स्तर पर 18 साइबर थाने शुरू किए गए। इन थानों में दर्ज 1012 अपराधों में से 379 मामलों में खुलासा हो चुका है, जबकि 700 से अधिक साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं 68.69 करोड़ रुपये की धनराशि को खातों में सीज किया गया। साथ ही 6.40 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं, जिसके बाद प्रदेश में साइबर क्राइम के मामलों में कमी देखी गई है।