उद्धव ठाकरे ने दिया मध्यावधि चुनाव का चैलेंज, एकनाथ शिंदे ने दिया ये करारा जवाब
दिल्ली के दो दिवसीय दौरे पर आए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े की मध्यावधि चुनाव की मांग को खारिज कर दिया और कहा कि नई सरकार न केवल अपना कार्यकाल पूरा करेगी बल्कि अगले चुनाव में फिर से बड़े बहुमत से सरकार बनाएगी.
महाराष्ट्र में हाथ से सत्ता फिसलने से लगा तगड़ा झटका अभी भी उद्धव ठाकरे गुट के नेताओं में साफ झलक रहा है. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद दिल्ली दौरे पर आए एकनाथ शिंदे को उद्धव ठाकरे और उनके गुट के नेताओं ने अब मध्यावधि चुनाव का चैलेंज दे दिया है. दिल्ली के दो दिवसीय दौरे पर आए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े की मध्यावधि चुनाव की मांग को खारिज कर दिया और कहा कि नई सरकार न केवल अपना कार्यकाल पूरा करेगी बल्कि अगले चुनाव में फिर से बड़े बहुमत से सरकार बनाएगी.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि शिवसेना के सभी बागी विधायकों को 50 'खोका' (करोड़) दिया गया था. राउत के बयान पर शिंदे ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि इसका क्या मतलब है, और वह केवल 'खोका' (बॉक्स) जानते हैं जो मिठाई का होता है. मेरे साथ 4-5 टर्म के विधायक हैं. आपको लगता है कि वे मेरे पास पैसे के लिए आए थे? शिंदे ने कहा कि एमवीए सरकार के तहत हमारे विधायकों का अस्तित्व खतरे में आ गया था. यह भाजपा और शिवसेना का स्वाभाविक गठबंधन ही है जो महाराष्ट्र को आगे ले जा सकता है.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारे पास 164 विधायकों का समर्थन है और उनके पास सिर्फ 99 हैं. देश के संविधान के अनुसार बहुमत के आधार पर सरकारें बनती हैं, जो हमारे पास है. पूर्व सीएम ठाकरे ने राज्य में मध्यावधि चुनाव की मांग करते हुए शिवसेना के बागी विधायकों और भाजपा की सरकार को बहुमत साबित करने की चुनौती दी थी.
अपनी दिल्ली यात्रा के दूसरे दिन शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. शिंदे ने कैबिनेट विस्तार पर कोई चर्चा होने से इनकार किया और कहा कि राज्य विधानसभा के मानसून सत्र से पहले विभागों का आवंटन किया जाएगा. यह एक शिष्टाचार भेंट थी और कैबिनेट विस्तार पर कोई चर्चा नहीं हुई. पंढरपुर (रविवार को) में एकादशी पूजा से लौटने के बाद मेरे और फडणवीस के बीच इस मुद्दे पर चर्चा होगी. शिंदे और फडणवीस ने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे और उद्धव टीम द्वारा सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए दायर हलफनामे के संबंध में भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से भी मुलाकात की.