Umesh Pal Hatyakand: 8 दिन में दूसरा एनकाउंटर- उमेश पर पहली गोली चलाने वाला उस्मान ढेर, CCTV आया था में नजर
प्रयागराज के कौंधियारा थाना इलाके में सोमवार सुबह क्राइम ब्रांच की टीम और आरोपी विजय उर्फ उस्मान के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में उस्मान को गोली लगी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में ले जाया गया। जहां उसकी मौत की सूचना है। बताया जा रहा है कि उस्मान चौधरी ने ही उमेश पाल और सिपाही को पहली गोली मारी थी। आरोपी विजय उर्फ उस्मान पर 50 हजार का इनामी था।
उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। उमेश हत्याकांड में शामिल एक शातिर शूटर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। हत्याकांड के बाद से पुलिस को उस्मान की तलाश थी।
जानकारी के अनुसार, प्रयागराज के कौंधियारा थाना इलाके में सोमवार सुबह क्राइम ब्रांच की टीम और आरोपी विजय उर्फ उस्मान के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में उस्मान को गोली लगी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में ले जाया गया। जहां उसकी मौत की सूचना है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि उस्मान चौधरी ने ही उमेश पाल और सिपाही को पहली गोली मारी थी। आरोपी विजय उर्फ उस्मान पर 50 हजार का इनामी था।
प्रयागराज पुलिस ने एनकाउंटर का सटीक समय अभी नहीं बताया है। हालांकि, यह तड़के 4 से 5 बजे के बीच बताया जा रहा है। उस्मान की फायरिंग में एक सिपाही नरेंद्र भी जख्मी हो गया, जबकि जवाबी फायरिंग में उस्मान को गोली लगी। पुलिस उसे तुरंत एसआरएन हॉस्पिटल लेकर आई। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
24 फरवरी को जैसे ही उमेश गाड़ी से उतरा, उस्माम ने फायरिंग शुरू कर दी। उस्मान की गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर गया था। इसका पूरा CCTV फुटेज सामने आया था। पहले पुलिस ने उस्मान पर 50 हजार का इनाम रखा था। विजय उर्फ उस्मान चौधरी के बारे में बताया जाता है कि वह अतीक गैंग का शार्प शूटर था। अतीक के बेटों ने ही उसको उस्मान नाम दिया था।
इससे पहले, उमेश पाल और दोनों सिपाहियों की हत्या में शामिल अरबाज को पिछले सोमवार को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया गया था। शूटरों ने जिस क्रेटा गाड़ी से उमेश पाल पर हमला किया था, वह गाड़ी अरबाज ही चला रहा था। चकिया क्षेत्र में हमले में प्रयुक्त क्रेटा कार बरामद होने के बाद इंजन और चेचिस नंबर से पुलिस आरोपी अरबाज तक पहुंच गई।
सोमवार की दोपहर पीपल गांव इलाके में अरबाज के होने की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की पुलिस को देखकर अरबाज ने फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में अरमान को ढेर कर दिया गया। मुठभेड़ में धूमनगंज इंस्पेक्टर के दाहिने हाथ में भी गोली लगी थी।