Union Budget 2023- मोदी सरकार का दसवां बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया - ये है अब तक की प्रमुख बाते

निर्मला सीतारमण लगातार पांचवीं बार बजट पेश कर रही हैं. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ये सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है. सुबह 11 बजे संसद में बजट पेश किया गया. इससे पहले मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश किया.

Union Budget 2023- मोदी सरकार का दसवां बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया - ये है अब तक की प्रमुख बाते

देश का आम बजट 2023-24 पेश कर दिया गया. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश कर रही हैं. इससे पहले वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और वित्तमंत्रालय के अधिकारियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी और राष्ट्रपति ने बजट को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद वित्तमंत्री सीतारमण संसद भवन पहुंचीं थीं.  पीएम मोदी भी संसद पहुंचे. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण लाल साड़ी में लाल बही-खाते में बजट लेकर पहुंचीं.  कैबिनेट की बैठक के बाद संसद में बजट पेश किया गया.

निर्मला सीतारमण लगातार पांचवीं बार बजट पेश कर रही हैं. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ये सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है. सुबह 11 बजे संसद में बजट पेश किया गया. इससे पहले मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश किया. इसमें साल 2023-24 में 6 से 6.8 फ़ीसदी विकास का अनुमान जताया गया है. मौजूदा वित्त वर्ष में ये 7 फ़ीसदी है.2021-22 में विकास दर 8.7 फ़ीसदी थी यहां बता दे कि ये इसलिए ज्यादा है, क्योकि कोरोना के  असर से अर्थव्यवस्था कमजोर हुई थी. सर्वे के मुताबिक कोरोना महामारी में हुए नुक़सान से अर्थव्यवस्था उबर गई है. 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कहा कि अमृत काल का यह पहला बजट है. समग्र समृद्ध भारत की संकल्पना की गई है. युवाओं को अवसर देने के लिए ये बजट अगले 25 साल के विकास का ब्लू प्रिंट है. कोविड के दौरान 28 महीनों तक सरकार ने लोगों को भूखा नहीं रहने दिया. 

जी20 की अध्यक्षता ने भारत को एक मौक़ा दिया है कि वो वैश्विक स्तर पर आर्थिक मोर्चे पर अपनी मज़बूत दावेदारी पेश करे. प्रति व्यक्ति आय दोगुना हुई और और बढ़ कर 1.97 लाख हो गई है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत विश्व की दसवीं बड़ी अर्थव्यवस्था हुआ करती थी अब वो पांचवें पायदान पर है. देश के सात करोड़ से अधिक लोग ईपीएफ़ओ से जुड़े हैं. वैश्विक स्तर पर मुल्को की अर्थव्यवस्थाएं मुश्किल में हैं लेकिन भारत की विकास दर 7 फ़ीसदी तक रहने का अनुमान है. 

उन्होंने कहा कि पहले के बजट में जो तस्वीर बनाई गई उसी को आगे बढ़ाता है. इसका उद्देश्य देश के सभी तबकों को फायदा पहुंचाने का है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और एक सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ रही है.

2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले ये सरकार का आख़िरी पूर्ण बजट होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि ये बजट आम लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं पर खरा तो उतरेगा ही, दुनिया के लिए भी उम्मीद की किरण साबित होगा. बजट पेश होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ये बजट देश के आम लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं पर खरा उतरेगा और दुनिया के लिए भी उम्मीद की किरण साबित होगा.

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे ओलिविएर गौरिनचास ने बताया है कि वैश्विक विकास में इस साल भारत और चीन की हिस्सेदारी क़रीब 50 फ़ीसदी की होगी.