चिमटे से ATM खाली करता था, प्रेमिका पर खर्च कर चुका है तीन करोड़, अब पुलिस की गिरफ्त में

छावनी पुलिस ने एसओजी टीम के साथ संयुक्त अभियान में एक ऐसे अंतरराज्जीय मास्टरमाइंड को धर दबोचा, जो चिमटा के सहारे एटीएम के अंदर रखे रुपये निकाल लेता है। पुलिस के मुताबिक एटीएम से निकाले गए रुपयों में से वह मुंबई की अपनी प्रेमिका पर तीन करोड़ रुपये खर्च कर चुका है।

चिमटे से ATM खाली करता था, प्रेमिका पर खर्च कर चुका है तीन करोड़, अब पुलिस की गिरफ्त में

प्रेमिका के चक्कर में वह एटीएम चोर बन गया। मुम्बई से गिरोह बनाकर एटीएम फ्राड की कई घटनाओं को अंजाम दिया। उसने अपनी गर्लफ्रैंड पर तीन करोड़ रुपये लुटा दिए। वह अक्सर मुम्बई में रहता था। मुंबई में वह अपनी बार गर्ल प्रेमिका के प्रेम में पागल रहता था। एटीएम लूट के रुपये प्रेमिका पर लुटा देता था। पुलिस को बजरंग ने बताया कि कुछ साल पहले मुंबई के एक बार में गया था। जहां बार गर्ल पर एक युवक 500 की नोट लुटा रहा था। बजरंग ने एटीएम से निकाली गई 2000 की गड्डी बार गर्ल पर लुटा दिया। लाखों रुपये उड़ाने के बाद जब बजरंग के रुपये खत्म हो गए, तब उसने एक दर्जन एटीएम कार्ड जेब से निकाल कर रख दिए। जिसको देख वहां मौजूद लोग दंग रह गए थे। बाद में बार गर्ल से बजरंग की दोस्ती बढ़ गई। पुलिस पूछताछ में सामने आई अन्य जानकारियों की तस्दीक करने के साथ ही अन्य प्रांतों से उसका आपराधिक इतिहास जुटा रही है।

छावनी पुलिस ने एसओजी टीम के साथ संयुक्त अभियान में एक ऐसे अंतरराज्जीय मास्टरमाइंड को धर दबोचा, जो चिमटा के सहारे एटीएम के अंदर रखे रुपये निकाल लेता है। पुलिस के मुताबिक एटीएम से निकाले गए रुपयों में से वह मुंबई की अपनी प्रेमिका पर तीन करोड़ रुपये खर्च कर चुका है। 

पुलिस को बजरंग ने बताया कि उसने उससे संपर्क किया और उस औजार जो की खास तरीके का चिमटा होता हैँ उसके बारे में जानकारी लिया, जिससे एटीएम के कैश बॉक्स से रुपये निकालता था। बिहार जाकर 40 हजार रुपये में उसने वह चिमटा बनवाया। यह चिमटा केवल पुराने एटीएम में ही काम करता था। ऐसे में उसने ऐसे एटीएम की खोज में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई प्रांत तक की दौड़ लगाई। अब तक वह करोड़ों रुपये इस तरह निकाल चुका है।

पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने उसे छावनी थानाक्षेत्र के विक्रमजोत से आगे हनुमानगंज तिराहे के पास मंगलवार को बजरंग बहादुर उर्फ सावन सिंह निवासी करमचन्दपुर थाना जेठवारा जिला प्रतापगढ़ को गिरफ्तार किया। उसके पास से एक तमंचा, एक कारतूस, सफारी कार व 1950 रुपये नगद बरामद किया गया। वह जिले में वारदात करने के फिराक में यहां आया था।

एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि छावनी थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार पाण्डेय पुलिस चौकी विक्रमजोत प्रभारी ओमप्रकाश मिश्रा के साथ क्षेत्र में मौजूद थे। तभी एसओजी प्रभारी रोहित कुमार उपाध्याय को एक मुखबिर ने फोन करके बताया कि मुखबिर ने बताया कि एक संदिग्ध व्यक्ति कार से अमारी से विक्रमजोत की तरफ आ रहा है, जिसके कार के आगे की नम्बर प्लेट टूटी हुई है। उसके पास कुछ अवैध सामग्री हो सकती है।

दोनों टीमों ने हनुमानगंज तिराहे से आगे पुलिया के समीप तेजी से आ रही कार रोकने का प्रयास किया तो वह कार मोड़ने लगा। परन्तु मोड़ न पाने के कारण गाड़ी से उतरकर पीछे की तरफ भागने लगा। टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम बजरंग बहादुर उर्फ सावन सिंह बताया।

भागने की वजह पूछने पर सावन सिंह ने बताया कि उसके पास अवैध तमंचा था, इसलिए गिरफ्तारी के डर से भाग रहा था। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए। इससे पहले वह कई बार जेल भेजा जा चुका है।

पुलिस की पूछताछ में कई सनसनीखेज बातें सामने आईं। पुलिस के अनुसार बीए तक की पढ़ाई करने वाला आरोपी बजरंग प्रतापगढ़ में एक होटल में 12 हजार रुपये महीने की नौकरी करता था। इस बीच उसे किसी ने बताया कि उसके गांव का एक युवक बिहार से एटीएम खाली करने का तरीका सीख कर आया है। बजरंग ने उससे संपर्क किया और उस खास तरीके के चिमटे के बारे में जानकारी हासिल की। बिहार जाकर 40 हजार रुपये में उसने यह चिमटा बनवाया। यह चिमटा केवल पुराने एटीएम में ही काम करता था। इसकी मदद से वह एटीएम के कैशबाक्स से रुपये निकालता था। आरोपी बजरंग बहादुर यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, बिहार समेत कई राज्यों में जाकर एटीएम से करोड़ों रुपये निकाल चुका है। इसकी पूरी एक गैंग है, जिसका वह सरगना है।