कभी बेचा करते थे जलेबी, आज हैं 200 करोड़ के मालिक, ED ने JDU एमएलसी राधाचरण को किया गिरफ्तार
जेडीयू एमएलसी पर आरोप है कि उन्होंने बिहार के कई जिलों के साथ-साथ दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, मुंबई, बेंगलुरु, उत्तराखंड और झारखंड सहित कई राज्यों में प्रॉपर्टी खरीदी. बताया जाता है कि अरबों की संपत्ति के मालिक जेडीयू विधायक राधाचरण सेठ वैसे तो आठवीं तक पढ़े लिखे हैं. लेकिन अब उनके अंडर में चार्टर अकाउंटेंट से लेकर एमबीए पास लोग काम करते हैं.
बिहार के जेडीयू के एमएलसी राधाचरण साह को 200 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी मामले में गिरफ्तार किया गया है. ईडी ने उनके 60 बैंक खातों को भी फ्रीज कर दिया है.
बताया जाता है राधाचरण साह को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. इससे पहले कल ईडी की टीम ने राधाचरण के पटना स्थित दो और आरा के 4 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
सूत्रों का कहना है कि राधाचरण के ठिकानों से हिसाब-किताब के कागजात, प्रॉपर्टी के कागज और कारोबार से जुड़े कई दस्तावेज जब्त किए गए. सूत्रों के मुताबिक, हिसाब-किताब भी कोडवर्ड में है, जिसे डीकोड करने कोशिश की जा रही है.
जेडीयू एमएलसी पर आरोप है कि उन्होंने बिहार के कई जिलों के साथ-साथ दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, मुंबई, बेंगलुरु, उत्तराखंड और झारखंड सहित कई राज्यों में प्रॉपर्टी खरीदी.
बताया जाता है कि अरबों की संपत्ति के मालिक जेडीयू विधायक राधाचरण सेठ वैसे तो आठवीं तक पढ़े लिखे हैं. लेकिन अब उनके अंडर में चार्टर अकाउंटेंट से लेकर एमबीए पास लोग काम करते हैं.
शुरुआत में आरा रेलवे स्टेशन के पास जलेबी की पुश्तैनी दुकान पर जलेबी बेचा करते थे. लेकिन बिहार की बालू नीति ने राधाचरण सेठ की किस्मत बदल दी. राधाचरण के खिलाफ अवैध बालू के कारोबार से अरबों की संपत्ति जमा करने का आरोप है.
बुधवार देर रात उनकी गिरफ्तारी हुई है. ED ने उनके आरा स्थित घर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके घर की पूरी तलाशी ली. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया.
ईडी के अधिकारी ने बताया कि शाह को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है. पिछले पांच महीनों में यह दूसरी बार था, जब ED ने जेडीयू एमएलसी की संपत्तियों की तलाशी ली.
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने 6 मई को एमएलसी और उनके सहयोगियों से जुड़े परिसरों की भी तलाशी ली थी.
बता दें कि राधाचरण शाह होटल-रिसॉर्ट और स्कूलों के मालिक हैं. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने इन ठिकानों पर तलाशी ली थी. ED ने साह और उनके बेटे के खिलाफ 28 अगस्त को समन जारी किया था और 15 दिन के भीतर पटना ईडी ऑफिस में पेश होने को कहा था.
हालांकि, बाद में ईडी ने दोनों से पूछताछ की थी. बता दें कि इस साल 7 फरवरी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टैक्स चोरी के मामले में साह और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर रेड की थी.