जहांगीरपुरी दिल्ली में हनुमान जन्मोत्सव पर हुई हिंसा, उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, बीजेपी ने की रोहिंग्याओं, बांग्लादेशियों की भूमिका की जांच की मांग

जहांगीरपुरी दिल्ली में हनुमान जन्मोत्सव पर हुई हिंसा, उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, बीजेपी ने की रोहिंग्याओं, बांग्लादेशियों की भूमिका की जांच की मांग

दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव पर शोभा यात्रा निकालते समय दो पक्षों के बीच हंगामा हुआ है। इस दौरान भारी पथराव भी किया गया। घटना में पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों के घायल होने की सूचना है। इस बवाल में कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है। इस हंगामे के बाद हुए पथराव और तोड़फोड़ की घटना के बाद यूपी में भी अलर्ट जारी किया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इसे लेकर पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में पूरी सतर्कता बरतें और लगातार भ्रमणशील रहें। खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क रखें और हर क्षेत्र की किसी तरह की घटना न होने दें।  

भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली यूनिट के नेताओं ने उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान हुई झड़प को 'साजिश' करार दिया और घटना में अवैध प्रवासियों रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की भूमिका की जांच की मांग उठाई। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि जुलूस पर पथराव एक 'आतंकवादी हमला' था। उन्होंने देश से अवैध प्रवासियों को तत्काल बाहर निकालने की मांग की। आदेश गुप्ता ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उनसे हिंसा की जांच का आदेश देने की मांग करेंगे। 

उन्होंने यह भी सवाल किया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की बस्ती को पानी और बिजली के कनेक्शन कैसे दिए गए? उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, 'मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि वह शहर में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को पानी और बिजली क्यों मुहैया करा रहे हैं।' 

बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि जुलूस पर 'हमला, अचानक हुई घटना नहीं बल्कि एक साजिश थी।' जहांगीरपुरी में शनिवार को जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।