WTC Final: ओवल में AUS का शर्मनाक रिकॉर्ड, भारत के जीतने के हैं फुल चांस, जानें क्यों ओवल में अश्विन-जडेजा का खेलना जरूरी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन का रिकॉर्ड बेहद शानदार है। उन्होंने कंगारुओं के खिलाफ 22 मैच में 114 विकेट झटके हैं। वहीं, बल्ले के साथ 543 रन भी बनाए हैं, जिसमें 62 रन की एक पारी भी शामिल है। वह सात बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं।
आईसीसी ट्रॉफी के दस साल के सूखे को खत्म करने की अब बारी आ चुकी है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले से पहले भारतीय खिलाड़ियों के चेहरे खिल उठे हैं। द ओवल के मैदान पर होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल की शुरुआत से पहले ही टीम इंडिया को जीत की खुशबू आने लगी है। इन सबकी वजह बना है ऑस्ट्रेलिया का ओवल के मैदान पर शर्मनाक रिकॉर्ड, जिसे देखकर आप भी कहेंगे कि रोहित की पलटन का इस बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना मुकम्मल हो सकता है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से द ओवल के मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाना है। कंगारू टीम को इंग्लैंड का यह मैदान बिल्कुल भी रास नहीं आता है। ऑस्ट्रेलिया ने इस ग्राउंड पर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक कुल 38 मैच खेले हैं, जिसमें से टीम को सिर्फ 7 में जीत नसीब हुई है, जबकि 17 मैचों में कंगारू टीम औंधे मुंह गिरी है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर 17 मैच जैसे-तैसे ड्रॉ कराए हैं।
ऑस्ट्रेलिया को ओवल के मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में आखिरी जीत साल 2015 में नसीब हुई थी। यानी पिछले आठ साल में कंगारू टीम इस ग्राउंड पर एक भी जीत नहीं दर्ज कर सकी है। यानी कुल मिलाकर बात यह है कि पैट कमिंस की अगुवाई में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उतरने जा रही ऑस्ट्रेलियाई टीम को यह मैदान अब तक रास नहीं आया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन का रिकॉर्ड बेहद शानदार है। उन्होंने कंगारुओं के खिलाफ 22 मैच में 114 विकेट झटके हैं। वहीं, बल्ले के साथ 543 रन भी बनाए हैं, जिसमें 62 रन की एक पारी भी शामिल है। वह सात बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं।
इंग्लैंड की धरती में भी रविचंद्रन अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है। वह यहां सात टेस्ट मैच में 18 विकेट ले चुके हैं और 261 रन बना चुके हैं। हालांकि, यहां वह कोई अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं। उनका सबसे बेहतर स्कोर नाबाद 46 रन है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में चार प्रमुख बल्लेबाज बाएं हाथ के हैं और सभी का रिकॉर्ड अश्विन के खिलाफ कुछ खास नहीं है। सिर्फ ट्रेविस हेड ही हैं, जिनका औसत अश्विन के खिलाफ 25 से ज्यादा है। ऐसे में अश्विन भारतीय टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।